Posted on 20 Jan, 2017 9:53 pm

 

भोपाल : शुक्रवार, जनवरी 20, 2017, 21:28 IST

 

देखने में जो नजारा अच्छा हो, जरूरी नहीं वास्तविकता का एहसास भी वैसा ही हो। हिमालय की ऊँची-ऊँची बर्फीली चोटियों और उस पर दुर्गम सीमाओं को जो भी देखता है वह एक बार सहम जाता है। इन्हीं स्थानों पर हमारे जाँबाज सैनिक देश की रक्षा के लिए डटे हुए हैं।

शौर्य स्मारक के मुक्ताकाश मंच पर आज शुक्रवार को फिल्म ''आर्मिंग द माऊंटेन्स'' को देखकर जाना गया कि हिमालय पर्वत की इन वीरान पहाड़ियों पर हमारे सैनिक किस तरह कार्य करते हैं। भारत सरकार के फिल्म्स डिवीजन के लिए इस फिल्म का निर्माण श्री जी.पी. अस्थाना ने किया। निर्देशन श्री शंकर गाँगुली ने किया है।

हमारे जाँबाज सैनिक अपने परिवार और सगे-संबंधियों से कोसों दूर भारत माँ की सेवा और रक्षा करने के लिए अपना जीवन न्यौछावर करने को बेताब रहते हैं। जहाँ हम एक पल भी नहीं ठहर सकते वहाँ हमारे वीर सैनिक दिन-रात भोजन, हथियार और सेना में उपयोगी सभी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये मुस्तैद रहते हैं। हाड़ कँपा देने वाली बर्फीली हवाओं में भी सैनिकों का संकल्प बेजोड़ नजर आता है। ऐसे साहसी भारत माँ के वीर सपूतों पर पूरा देश गर्व करता है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश