Posted on 26 May, 2018 3:43 pm

 

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की बदौलत छिन्दवाड़ा जिले के परासिया का 2 वर्षीय बालक हर्षित अब सामान्य बच्चों की तरह अपनी ऑखों से देखने लगा है। सरकारी सहायता से हुए नि:शुल्क ऑपरेशन के बाद हर्षित पूरी तरह स्वस्थ हो गया है।

मनोज विश्वकर्मा का बेटा हर्षित दाईं आँख में मोतियाबिंद से पीड़ित था। ऑपरेशन और उपचार के लिये 10 हजार रुपये की आवश्यकता थी, जिनका मनोज प्रबंध नहीं कर पा रहे थे। आशा कार्यकर्ता और आरबीएस की मोबाइल टीम ने परासिया क्षेत्र में भ्रमण के दौरान मनोज को आँख के नि:शुल्क उपचार की व्यवस्‍था की जानकारी दी और उसे इस व्यवस्था का लाभ उठाने के लिये प्रेरित किया। मोबाइल टीम की सहायता से हर्षित की आँखों के इलाज के लिये स्वीकृति मिल गई।

भोपाल के सेवा सदन नेत्र चिकित्सालय में 9 फरवरी, 2018 को हर्षित की आँख का सफल ऑपरेशन हुआ। ऑपरेशन की राशि का भुगतान शासन द्वारा किया गया। ऑपरेशन के बाद राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की मोबाइल हेल्थ टीम द्वारा हर्षित का लगातार फॉलोअप किया गया।

आज मासूम हर्षित पूर्ण स्वस्थ है और अच्छी तरह देख सकता है। हर्षित की आँख का ऑपरेशन सफल होने से पूरा परिवार हर्षित है। अब हर्षित के पिता मनोज विश्वकर्मा अन्य जरूरतमंद लोगों को भी इस योजना का लाभ लेने के लिये प्रेरित कर रहे हैं।

सक्सेस स्टोरी (छिन्दवाड़ा)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश