Posted on 28 Feb, 2018 1:06 pm

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कांची कामकोटी पीठ के 69वें मठप्रमुख के रूप में स्वामी जयेन्द्र सरस्वती ने भारत की आध्यात्मिक विरासत को समृद्ध करते हुए समाज मे सनातन हिन्दू धर्म और संस्कृति की गरिमा का उद्घोष कर लोकमानस को चेतना सम्पन्न बनाया। शंकराचार्य परमपूज्य स्वामी जयेन्द्र सरस्वती आज ब्रम्हलीन हो गए। सनातनधर्मी श्रद्धालुओं और सम्पूर्ण भारत के लिए यह दु:खद क्षण है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी जी के दिव्य दर्शन और जीवन में क्रांति लाने वाले वचनों से आज पूरा हिन्दू समाज आंदोलित है। उच्च आध्यात्मिक चेतना से साक्षात्कार करने का मार्ग दिखाने वाले स्वामी जी भारतीय संस्कृति के रक्षक होने के साथ ही आध्यात्मिक समृद्धि के जीवंत प्रतीक भी थे। भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आभा स्वामी जयेन्द्र सरस्वती जैसे दिव्य ऊर्जावान युगपुरूषों के पुण्य प्रताप से सदा आलोकित रहेगी। उनके तप से समाज वर्षों तक लाभान्वित होता रहेगा।

मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश प्रदेश की धर्मप्राण जनता और अपनी ओर से स्वामी जी की पुण्य स्मृति को नमन् किया।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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