Posted on 28 Mar, 2018 6:26 pm

स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत 'स्वच्छता से सिद्धी' पखवाड़ा पूरे प्रदेश में एक से 15 अप्रैल 2018 तक मनाया जायेगा। इसमें सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थाओं में सफाई अभियान चलाया जायेगा। प्रदेश में स्वच्छता पखवाड़ा पिछले दो सालों से मनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में पिछले वर्ष पखवाड़े में देश में सर्वोत्तम काम किया गया था।

उप संचालक डॉ. पंकज शुक्ला ने बताया कि स्वच्छता पखवाड़ा सस्था और समुदाय स्तर पर मनाया जायेगा। संस्था स्तर पर चिकित्सक, स्टाफ नर्स, डी.पी.एम.यू.यूनिट, आर.के.एस. सदस्य, एनजीओ और एच.एस.एन.सी. के सदस्यों को शामिल किया जायेगा। समुदाय स्तर पर वी.एच.एस.एन.सी. सदस्य आशा, आशा फेसिलिटेटर, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजमेंट यूनिट आदि होंगे।

पखवाड़े के दौरान एक अप्रैल को 11 बजे स्वच्छता शपथ दिलाई जायेगी। स्थानीय जन-प्रतिनिधि और कलेक्टरों की अगुवाई में होने वाले शुभारंभ कार्यक्रम में लोगों को स्वच्छता के लाभों के बारे में जानकारी दी जायेगी। जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के साथ स्वच्छ भारत मिशन की समन्वय बैठक होगी।

दो से नौ अप्रैल के बीच स्वच्छता रैली, नुक्कड़ नाटक, श्रमदान के माध्यम से शहर एवं गांव में स्वच्छता का संदेश, सभी चिकित्सालयों की अस्पताल और स्थानीय लोगों के सहयोग से सघन साफ-सफाई और निरंतर स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।

विश्व स्वास्थ्य दिवस 7 अप्रैल को सभी चिकित्सालयों और स्वास्थ्य संस्थाओं में 3 एच- हैल्दी एटीट्यूड, हैल्दी हैबिट्स और हैल्दी लाइफ स्टाईल थीम पर आधारित कार्यक्रम होंगे। 10 अप्रैल को स्वच्छता की मॉनिटरिंग के लिये गठित टीम कार्य के दौरान आई हुई चुनौतियों और अच्छे कार्यों का फीडबैक लेगी। 11 से 14 अप्रैल तक संस्था स्तर पर स्वास्थ्य संस्थाओं की स्वच्छता ऑडिट, अस्पताल के कर्मचारियों की स्वच्छता आधारित पेटिंग, रांगोली, कायाकल्प क्विज प्रतियोगिता, कर्मचारियों का प्रशिक्षण, शालाओं का भ्रमण और स्वास्थ्य एवं रक्त शिवरों का आयोजन होगा।

इसी दौरान समुदाय स्तर पर आशा द्वारा ग्राम स्तर पर स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाया जायेगा। इसमें ग्रामीणों को स्वच्छता, व्यक्तिगत साफ-सफाई, शौचालय का उपयोग, हाथ धोने का सही तरीका, मौसमी बीमारियों से बचाव आदि की जानकारी दी जायेगी। इसके अलावा स्वास्थ्य संस्थाओं की स्वच्छता ऑडिट, अस्पताल के कर्मचारियों के लिये स्वच्छता संबंधित पेंटिंग, रांगोली, कायकल्प क्वीज और प्रशिक्षण के साथ शालाओं का भ्रमण करवाया जायेगा। अंतिम दिन 15 अप्रैल को ग्रामसभा और ग्राम बैठक में संस्थाओं को गोद लेने की कार्यवाही होगी।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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