Posted on 02 Oct, 2016 5:37 pm

भोपाल : रविवार, अक्टूबर 2, 2016, 17:12 IST
 

भोपाल में को एमएसएमई सेमीनार में लगी प्रदर्शनी में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमियों ने अपने उत्पाद को प्रदर्शित किया। उन्होंने अपने उद्योगों की स्थापना के दौरान आने वाली दिक्कतों और उससे मिली सफलताओं को भी प्रतिभागियों से साझा किया।

सिवनी के श्री विजय नंदन ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना से मिली मदद से सूक्ष्म उद्योग लगाया है। आज वे अपनी इकाई में हेवी बेटरी का निर्माण कर रहे हैं। श्री विजय ने बताया कि वे आज से 2 साल पहले तक नौकरी किया करते थे। उनके घर की माली हालत काफी कमजोर थी। उन्हें तकनीकी ज्ञान तो था, लेकिन पूँजी की कमी बनी हुई थी। इसके बाद उन्हें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के बारे में पता लगा तो उसके लिये आवेदन किया। बैंक से मिलने वाली सब्सिडी और ऋण के लिये बैंकर्स ने उनके प्रकरण में देरी की। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जब हितग्राही सम्मेलन में सिवनी पहुँचे थे तो मंच पर उन्होंने अपनी बात मुख्यमंत्री के समक्ष रखी। मुख्यमंत्री की पहल पर उनका ऋण प्रकरण मंजूर हुआ। आज वे एक्सल्ड बेटरी बना रहे हैं। वे पिछले दिनों अपने उत्पाद के प्रदर्शन के लिये सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री के साथ रशिया भी हो आये हैं। उनके उत्पाद को वहाँ काफी अच्छा रिस्पांस मिला है। वे अपनी यूनिट को और बढ़ाना चाहते हैं, जिससे वे करीब 200 लोगों को और रोजगार दिलवा सकें। मण्डीदीप के युवा उद्यमी श्री अमित यादव इक्यूपमेंट बॉक्स बना रहे हैं। उन्होंने अपने उत्पाद को सेमीनार में लगी प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया। छोटी पूँजी से शुरू किये गये सूक्ष्म उद्योग को आगे बढ़ाने का सपना है। उनके उत्पाद सीडेक, डिफेंस सेक्टर, टेफै मोटर्स में जा रहे हैं।

देवास के युवा उद्यमी श्री गिरीश मंगला, मंगला इंजीनियरिंग में पानी की मोटर तैयार कर रहे हैं। वे जाने-माने वेण्डर हैं। उनकी मोटर देश के अनेक राज्य में जा रही हैं। मोटर की गुणवत्ता के कारण उनकी अलग पहचान बनी है। उनकी मोटर किर्लोस्कर जैसी प्रख्यात कम्पनियाँ नियमित रूप से लेती हैं। इटारसी के युवा उद्यमी ने दिव्यांगों के लिये टू-व्हीलर में सपोर्ट सिस्टम लगाया है। दिव्यांगों के लिये यह सुरक्षित परिवहन का साधन है। टू-व्हीलर में 14 हजार की राशि से यह सपोर्ट सिस्टम लग जाता है। वे अपना व्यापार अन्य जिलों में भी फैलाना चाहते हैं। भोपाल गोविंदपुरा के लिंकेज उद्योग इकाई में एलईडी और पब्लिक इन्फार्मेशन सिस्टम बना रहे हैं। श्री विजय लोखंडे अपनी इकाई के विस्तार के बारे में लोगों को जानकारी देते हैं। इनका साल भर का टर्न-ओव्हर करोड़ रुपये के करीब है। पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के युवा उद्यमी स्टील सब-मर्सिबल पम्प बना रहे हैं। उनका यह उत्पाद मालवा क्षेत्र में काफी लोकप्रिय है। वे अपनी यूनिट का विस्तार करना चाहते हैं।

मण्डीदीप के श्री ललित तिवारी फाइबर स्‍ट्रक्चर बना रहे हैं। पहले यह स्ट्रक्चर स्टील बॉडी का हुआ करता था। अब उन्होंने यह परिवर्तन करते हुए इसे फाइबर में किया है। उनका यह प्रोडक्ट आदित्य बिड़ला, अडानी और टाटा जैसी फर्म में सप्लाई हो रहा है। उनकी यूनिट में 15 लोग को रोजगार मिला हुआ है। सुप्रीम इलेक्ट्रिकल फर्म स्टेबलाइजर, यूपीएस और इनवर्टर बना रही है। साठ लाख रुपये के निवेश की श्री ऋषि गुप्ता की औद्योगिक इकाई में 20 व्यक्ति को रोजगार मिल रहा है। उन्हें खुशी है कि वे अब नौकरी नहीं बल्कि खुद का काम कर रहे हैं। उद्यमियों ने मध्यप्रदेश सरकार में एमएसएमई विभाग के गठन और केन्द्र सरकार के स्टार्ट-अप, स्टेण्ड-अप इण्डिया योजना और टूल-रूम योजना की प्रशंसा की है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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