Posted on 29 Apr, 2018 5:35 am

 

प्रदेश के सरकारी विद्यालयों के गणित विषय के मेधावी विद्यार्थियों का भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित आंचलिक विज्ञान केन्द्र में गणित समर केम्प चल रहा है। केम्प एक मई तक जारी रहेगा। केम्प में प्रदेश के हर जिले से एक मेधावी विद्यार्थी सहभागिता कर रहा है। यह वे विद्यार्थी हैं, जिन्होंने जूनियर गणित ओलम्पियाड में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त किया था।

प्रदेश में वर्ष 2017-18 में सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों में गणित विषय में रुचि जागृत करने के मकसद से जूनियर ओलम्पियाड का आयोजन किया गया था। राज्य शिक्षा केन्द्र ने इसी उद्देश्य को आगे बढ़ाते हुए आंचलिक विज्ञान केन्द्र, भोपाल के सहयोग से गणित समर केम्प 'खुशी जोड़ों-तनाव घटाओ'' का आयोजन किया है। पाँच दिवसीय केम्प में प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आये बच्चे प्रतिदिन गणित के नये-नये प्रयोगों से परिचित हो रहे हैं और मनोरंजन के साथ गणित विषय में दक्षता प्राप्त कर रहे हैं। केम्प की खास बात यह है कि गणित शब्द की संरचना भी गणितीय चिन्हों से तैयार की गई है। इसका मकसद बच्चों को गणित विषय में विचारशील बनाने के साथ-साथ गणितीय चिन्हों से मित्रता कराना भी है।

छात्रों ने सुनाये अनुभव

समर केम्प भोपाल में विभिन्न जिलों से आये छात्र आपस में जान-पहचान बढ़ा रहे हैं और एक-दूसरे के साथ अनुभव साझा कर रहे हैं। बालाघाट जिले के किरनापुर शासकीय माध्यमिक विद्यालय की कक्षा-7 की छात्रा कु. श्रुतिका मनसुरे ने बताया कि वे पहली बार भोपाल आयी हैं। उन्होंने केम्प में भाग लेने के साथ भोपाल के शौर्य स्मारक और जन-जातीय संग्रहालय को भी देखा है। कु. श्रुतिका का यह भी कहना था कि उन्हें पहली बार अनुभव हुआ कि गणित सीखने में मजेदार प्रयोग किये जा सकते हैं। छतरपुर के शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय के कक्षा-8 के छात्र अमित यादव ने केम्प में स्वयं पेरीस्कोप तैयार किया है। होशंगाबाद के सनखेड़ा की कक्षा-7 की छात्रा साक्षी पटेल समर केम्प को एक जादुई अनुभव बताती है। आंचलिक विज्ञान केन्द्र के निदेशक श्री प्रबाल रॉय बच्चों से लगातार बातचीत कर उनके अनुभवों को जान रहे हैं।

राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक श्री लोकेश जाटव ने बताया कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों में गणित और विज्ञान विषय रूचि जागृत करने के उद्देश्य से शिक्षकों को बच्चों के बीच में नये-नये प्रयोग करने के लिये कहा गया है। सरकारी स्कूलों में गणित और विज्ञान से जुड़ी किट भी उपलब्ध करवायी गयी है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश