Posted on 28 Jul, 2018 2:16 pm

 

प्रदेश के 36 जिला मुख्यालयों में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शासकीय पुस्तकालयों का संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा, भोपाल में मौलाना आजाद केन्द्रीय पुस्तकालय और स्वामी विवेकानंद लायब्रेरी का भी संचालन किया जा रहा है। शासकीय पुस्तकालयों के सुदृढ़ीकरण के लिये इस वर्ष करीब 3 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा रही है।

केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय की राष्ट्रीय पुस्तकालय मिशन योजना में चयनित जिला पुस्तकालय, खण्डवा के उन्नयन के लिये 18 लाख 50 हजार रुपये और इंदौर के अहिल्या केन्द्रीय पुस्तकालय के उन्नयन के लिये करीब 22 लाख रुपये मंजूर किये गये हैं। इसके साथ ही, जिला शिवपुरी के पुस्तकालय के लिये 13.14 लाख, शासकीय बरमेन्द्र पुस्तकालय, नागौद, जिला सतना के लिये 2 लाख 28 हजार, जिला पुस्तकालय, मण्डला के लिये करीब 22 लाख, केन्द्रीय पुस्तकालय, ग्वालियर के लिये 10 लाख, जबलपुर केन्द्रीय पुस्तकालय के लिये 42 लाख 71 हजार और शासकीय केन्द्रीय पुस्तकालय, रीवा के लिये 16 लाख 65 हजार रुपये मंजूर किये गये हैं। जिला पुस्तकालयों के उन्नयन के लिये प्रति पुस्तकालय 3 लाख रुपये मंजूर किये गये हैं।

मौलाना आजाद केन्द्रीय पुस्तकालय

भोपाल के मौलाना आजाद केन्द्रीय पुस्तकालय की गिनती सम्पन्न लायब्रेरी के रूप में होती है। इस पुस्तकालय का भवन सुंदर स्थापत्य-कला के लिये भी जाना जाता है। यह पुस्तकालय भोपाल के सेट्रल लायब्रेरी ग्राउंड में संचालित हो रही है। पुस्तकालय में सौर ऊर्जा से रोशनी के लिये सोलर पैनल लगाये जा रहे हैं। केन्द्रीय पुस्तकालय, भोपाल के शिक्षा मित्र क्लब द्वारा 8 बस्तियों में नि:शुल्क पुस्तकालय का संचालन निर्धन वर्ग के बच्चों के लिये किया जा रहा है। इस कार्य में 35 विद्यार्थियों का समूह मदद कर रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग के केन्द्रीय पुस्तकालय भोपाल के अलावा इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और रीवा में केन्द्रीय पुस्तकालय संचालित किये जा रहे हैं।

स्वामी विवेकानंद लायब्रेरी

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा भोपाल के जीटीबी कॉम्पलेक्स में स्वामी विवेकानंद लायब्रेरी संचालित की जा रही है। इस लायब्रेरी में करीब 1200 नये मेम्बर जोड़े गये हैं। इसके साथ ही 33 स्कूलों, महाविद्यालयों और कार्यालयों ने लायब्रेरी की संस्थागत सदस्यता ली है। लायब्रेरी को सम्पन्न बनाने के लिये करीब 4,200 नई किताबें, 820 नई फिल्में और 1800 पत्रिकाएँ शामिल की गई हैं। लायब्रेरी में हिन्दी किताबों का कलेक्शन भी शामिल किया गया है। स्वामी विवेकानंद लायब्रेरी में लेखक से मिलिये कार्यक्रम भी नियमित रूप से आयोजित किया जा रहा है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश