Posted on 31 Aug, 2017 7:56 pm

 

भोपाल : गुरूवार, अगस्त 31, 2017, 19:38 IST

 

 

महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा है कि एक सितम्बर से आरंभ राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के अंतर्गत शाला और आँगनवाड़ी स्तर तक पोषण जागरूकता के लिये गतिविधियाँ संचालित की जायेंगी। उन्होंने कहा कि 'सेहत सस्ती है, किन्तु बीमारी महँगी है'' की टेग लाइन से आयोजित होने वाले इस अभियान में स्वास्थ्य और पोषण के संबंध, स्थानीय खाद्य सामग्री के उपयोग को बढ़ावा देने, पोषण विविधता पर जागरूकता और किचन-गार्डन लगाने तथा उसके उपयोग को प्रोत्साहित करने पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। यह गतिविधियाँ एक माह तक जारी रहेंगी।

न्यूट्रीशन वीक में संचालित होने वाली गतिविधियाँ

 

 

कम कीमत में पौष्टिक एवं स्वादिष्ट रेसिपी की जानकारी।

पौष्टिक थाली-संतुलित थाली प्रतियोगिता।

किचन-गार्डन और रूफटॉप किचन-गार्डन को प्रोत्साहित करने के लिये 'अपना घर-अपनी सब्जी-अपनी सेहत'' की थीम पर काम।

न्यूट्रीशन लिट्रेसी के लिये डॉक्टरों, डायटीशियन, होम-साइंटिस्ट के सेमीनार।

केमिकल खाद और पेस्टीसाइड के दुष्परिणामों पर स्कूलों में निबंध प्रतियोगिता।

शालाओं में व्यक्तिगत स्वच्छता पर चर्चा।

कृषि विकास केन्द्र सिखायेंगे सोयाबीन मिल्क और टोफू बनाने की विधि।

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पोषण जागरूकता के लिये जिला स्तर पर ''अपना पोषण अपने हाथ'' थीम पर पोषण आनंद मेलों का आयोजन होगा। होम-साइंस कॉलेज, कृषि विकास केन्द्र के समन्वय से आयोजित होने वाले मेलों में स्थानीय स्तर पर खाये जाने वाले पोषक व्यंजनों के स्टॉल लगाये जायेंगे तथा श्रेष्ठ तीन स्टॉलों को पुरस्कृत भी किया जायेगा। न्यूट्रीशन लिट्रेसी के लिये डॉक्टर, डायटीशियन, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों के सेमीनार आयोजित किये जायेंगे। इसके साथ ही शाला स्तर पर केमिकल खाद एवं पेस्टीसाइड के दुष्परिणामों पर निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन भी होगा।

पोषण सप्ताह में 'अपना घर, अपनी सब्जी, अपनी सेहत'' के अंतर्गत किचन गार्डन एवं रूफ टॉप किचन गार्डन को प्रोत्साहित करने के लिये उद्यानिकी विभाग के सहयोग से जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जायेगा। साथ ही कम कीमत में पौष्टिक नाश्ते और व्यंजन की विधियों को तैयार करने और सोया मिल्क एवं टोफू बनाने तथा इसके उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिये भी गतिविधियाँ संचालित की जायेंगी। पोषण सप्ताह में स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्री से विकसित पौष्टिक थाली पर प्रतियोगिताएँ भी आयोजित होंगी।

आयुक्त एकीकृत बाल विकास सेवा श्रीमती पुष्पलता सिंह ने बताया कि सप्ताह के दौरान आँगनवाड़ी स्तर पर की जाने वाली गतिविधियों का कैलेण्डर जारी किया गया है। एक सितम्बर को पोषण आनंद परिचर्चा एवं पोषण परामर्श सत्र आयोजित होगा। अगले दिन पोषण बाल-सभा तथा बच्चों में व्यक्तिगत स्वच्छता पर चर्चा होगी। चार सितम्बर को संतुलित पोषण थाली प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। सप्ताह में गोद-भराई तथा पोषण परामर्श, पोषण दस्तक, पोषण प्रश्नोत्तरी भरना, गाँव की पोषण वाटिका का भ्रमण जैसी गतिविधियाँ भी संचालित होंगी। फलों और सब्जियों के बीजों का सीड-किट वितरित कराया जायेगा। शाला और महाविद्यालय स्तर पर 'कैसा हो अपने गाँव का संतुलित भोजन'' विषय पर निबंध प्रतियोगिताएँ भी आयोजित होंगी।

जिला, परियोजना, सेक्टर और आँगनवाड़ी स्तर पर संचालित इन गतिविधियों का समापन 2 अक्टूबर, एकीकृत बाल विकास परियोजना दिवस (आईसीडीएस) के दिन किया जायेगा।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

 

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