Posted on 08 Dec, 2016 6:32 pm

भोपाल : गुरूवार, दिसम्बर 8, 2016, 18:18 IST
 

मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय एवं आदिकला प्रोजेक्ट के संयोजन में जनजातीय पारम्परिक कलाओं और नागर सौंदर्यबोध पर केन्द्रित वर्कशॉप 'सेतु प्रदर्शनी'' श्यामला हिल्स स्थित जनजातीय संग्रहालय में 10 से 18 दिसम्बर तक लगायी जायेगी। शुभारंभ 10 दिसम्बर को मध्यान्ह 12 बजे नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री लाल सिंह आर्य करेंगे। समारोह के विशिष्ट अतिथि संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा होंगे।

10-11 दिसम्बर को 'अग्नेश केरकेट्टा एवं प्रफुल्ल की पेपरमेश, 13-14 दिसम्बर को भूरीबाई एवं दुर्गाबाई व्याम की भील एवं गोंड पेंटिंग, 15-16 दिसम्बर को धन सिंह एवं बसोरी सिंह की काष्ठ-शिल्प तथा 17 और 18 दिसम्बर को भिलाल खत्री बाग की ब्लाक प्रिंट पर केन्द्रित कार्यशाला होगी।

'सेतु' में पारम्परिक शिल्प कलाओं में रुचि रखने वाले व्यक्तियों को इन तिथियों में अलग-अलग माध्यमों से प्रशिक्षण दिलवाया जायेगा। प्रशिक्षण में महाविद्यालयों के जिज्ञासु विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं। इससे नयी पीढ़ी का पारम्परिक कलाओं के लिये सम्मान भी बढ़ेगा।

आदिकला प्रोजेक्ट ग्रामीण कलाकार-कारीगरों को अपनी कला प्रस्तुत करने का अवसर मुहैया करा रहा है। यह भी प्रयास है कि हस्तकला के उत्कृष्ट उत्पाद लोगों को वाजिब मूल्य पर उपलब्ध हो सकें। आदिकला का उद्देश्य न केवल आदिवासी कारीगरों को स्वयं के लिये आय के रास्ते खोलने के लिये प्रोत्साहित करना है, अपितु उन्हें सशक्त बनाने एवं आधुनिक कला से जुड़ने के लिये नये कौशल विकसित करने के लिये प्रेरित करना भी है। पारम्परिक शिल्पकला के प्रति लोगों को जागरूक कर सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण करना भी आदिकला का मुख्य ध्येय है।

कार्यशाला एवं प्रदर्शनी में मांडना, ढोकरा/भरेवा शिल्प, पारम्परिक भील-कला, पारम्परिक गौण्ड कला, मण्डला का लौह शिल्प, बाग प्रिंट, चंदेरी एवं महेश्वरी की वस्त्र बुनाई का प्रशिक्षण एवं कला प्रदर्शित होगी।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश