Posted on 28 Apr, 2017 7:36 pm

भोपाल : शुक्रवार, अप्रैल 28, 2017, 19:02 IST
 

मध्यप्रदेश कृषि के मामले में नम्बर एक राज्य है। लगातार पाँच बार मध्यप्रदेश को कृषि कर्मण पुरस्कार प्राप्त हुआ है। अब मध्यप्रदेश सिंचाई के क्षेत्र में भी नम्बर एक राज्य बन जायेगा। यह बात केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती ने मालथौन विकासखण्ड के ग्राम बांदरी में आयोजित बुंदेलखण्ड जल संरक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कही। इस अवसर पर उत्तरप्रदेश के ग्राम एवं सेवा आयोग मंत्री श्री मनोहर लाल मन्नू कोरी उपस्थित थे।

केन्द्रीय मंत्री सुश्री भारती ने कहा कि बुंदेलखण्ड में सिंचाई योजनाओं के विस्तार में कोई कमी नहीं छोड़ी जायेगी। बुंदेलखण्ड के हर खेत में सिंचाई की सुविधाएँ उपलब्ध कराई जायेंगी। उन्होंने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना की शुरूआत जल्द की जायेगी। इस परियोजना से 6 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी जिस पर 18 हजार करोड़ रु. खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 'सबका साथ-सबका विकास' की अवधारणा पर कार्य कर रहे हैं और विकास में आम जनता का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि गंगा नदी को आगामी 7 वर्ष में साफ एवं स्वच्छ बना दिया जायेगा।

उत्तरप्रदेश सरकार के सिंचाई मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि भौगौलिक स्थिति के हिसाब से बुंदेलखण्ड के जिलों में बाढ़ एवं सूखा से बचने के लिए संतुलन बनाये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सिंचाई परियोजनाओं के विस्तार से बुंदेलखण्ड में समृद्धि आयेगी।

प्रदेश के जल संसाधन एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा कि 75 फीसदी आबादी किसानों की है। किसानों के दिन बदलने से ही देश का विकास संभव है। इस दिशा में केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सिंचाई का रकबा 7 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 40 लाख हेक्टेयर हो गया है। आगामी दो-तीन सालों में यह 60 लाख हेक्टेयर हो जायेगा। उन्होंने कहा कि बीना नदी परियोजना को अगली केबिनेट बैठक में मंजूरी दे दी जायेगी। आगामी वर्षो में बुंदेलखण्ड में सर्वाधिक भूमि सिंचित होगी।

गृह एवं परिवहन मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि वर्तमान में बुंदेलखण्ड में डेढ़ लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है। सरकार की नदी जोड़ो योजना सिंचाई के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो रही है। उन्होंने मालथौन ब्लॉक में विभिन्न जलाशय का निर्माण कराये जाने की माँग रखी। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री सुश्री उमा भारती ने केन्द्रीय भूमि जल आयोग द्वारा तैयार स्मारिका का भी विमोचन किया।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश