Posted on 29 May, 2016 12:08 pm

ऊर्जा एवं जनसम्पर्क मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि सामाजिक दायित्व और सरोकार में बच्चों का पोषण और उनका स्वास्थ्य महत्वपूर्ण मुद्दा है। जिले को कुपोषण मुक्त बनाने में कोई भी व्यक्ति स्नेहपूर्वक पोषण की जिम्मेदारी निभाकर बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति अपना योगदान दे सकता है। ऊर्जा एवं सतना जिले के प्रभारी मंत्री श्री शुक्ल आज सतना में 'ग्राम उदय से भारत उदय'' अभियान में स्नेह सरोकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने बच्चों को कुपोषण की परिधि से बाहर लाने वाले व्यक्तियों को सम्मानित भी किया।

प्रभारी मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि यह गर्व की बात है कि सतना जिले के कम वजन वाले सभी कुपोषित 3152 बच्चों को 2800 लोगों ने गोद लेकर कुपोषण से मुक्ति दिलवाने का संकल्प लिया है। प्रभारी मंत्री ने सहायक प्राध्यापक कांती राजोरिया को 7 बेटी को पढ़ाने की जिम्मेदारी लेने के लिये सम्मानित किया। ऊर्जा मंत्री ने एक कार्यक्रम में उजाला योजना में एलईडी बल्ब का वितरण किया।

प्रभारी मंत्री ने 'ग्राम उदय से भारत उदय'' अभियान की गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने गतिविधियों की जानकारी पंचायत दर्पण पोर्टल में अपलोड किये जाने के निर्देश भी दिये।

सड़क निर्माण की समीक्षा

प्रभारी मंत्री श्री शुक्ल ने मझगवाँ-चित्रकूट फोर-लेन और सतना-बेला फोर-लेन मार्ग निर्माण की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बरसात के पहले अर्थ-वर्क वाले सभी कार्य हर हाल में पूरी किये जायें। सड़क निर्माण की धीमी प्रगति पर प्रभारी मंत्री ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने निर्माण एजेंसी को हिदायत दी कि सतना-बेला मार्ग बरसात के समय चलने योग्य रहे, इसके लिये पूरे इंतजाम किये जायें।

प्रभारी मंत्री ने अग्रवाल समाज द्वारा जन-सहयोग से निर्मित अमृत हॉल का लोकार्पण किया। प्रभारी मंत्री ने कहा कि समाज की भागीदारी से प्रदेश की तरक्की की रफ्तार तेज बनी रहेगी। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की चर्चा करते हुए श्री शुक्ल ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक साढ़े तीन लाख गरीब कन्याओं के विवाह करवाये हैं।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश 

 

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