Posted on 09 Jan, 2017 8:21 pm

 

यात्रा पहुँची खिरेटी- जन-संवाद में बड़ी संख्या में लोगों की रही भागीदारी 

 

भोपाल : सोमवार, जनवरी 9, 2017, 19:24 IST

 

जीवनदायिनी नर्मदा के अविरल प्रवाह को बनाये रखने और प्रदूषण मुक्त करने के लिए जन-सहभागिता से निकाली जा रही 'नमामि देवि नर्मदे''- सेवा यात्रा आज नरसिंहपुर जिले के ग्राम खिरेटी पहुँची। यात्रा पीपरपानी, पिटरास होते हुए पैदल खिरेटी पहुँची। यहाँ नर्मदा तट पर जनसंवाद में साधु-संतों ने नर्मदा और अन्य नदियों के जल का संरक्षण करने और पर्यावरण बचाने का संदेश लोगों को दिया। जनसंवाद के पहले क्षेत्रीय विधायक श्री गोविंद सिंह पटैल ने नर्मदा सेवा यात्रा के ध्वज, कलश और कन्याओं का पूजन किया।

जनसंवाद में उपस्थित जनसमूह को नर्मदा तटों पर साफ- सफाई रखने, जैविक खेती अपनाने, फलदार एवं छायादार वृक्षों और कृषि वानिकी के लिए उपयोगी पौधे लगाने और नर्मदा की निर्मलता बनाये रखने के लिए हर संभव प्रयास तथा इसके लिए दूसरों को प्रेरित करने का संकल्प दिलाया गया।

जनसंवाद को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद ने कहा कि पूरे विश्व को ग्लोबल वार्मिंग की चिंता सता रही है। इसका निदान नर्मदा और अन्य नदियों के संरक्षण एवं संवर्धन में है। उन्होंने नर्मदा के पौराणिक, पर्यावरणीय, आर्थिक, सामाजिक एवं वैज्ञानिक महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने नरसिंहपुर जिले में स्वच्छ भारत मिशन के क्रियान्वयन की सराहना की। उन्होंने कहा कि नर्मदा किनारे की सभी 65 ग्राम पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि बेटा- बेटियों के बीच में भेदभाव न करें। उन्होंने बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ पर भी बल दिया।

विधायक श्री गोविंद सिंह पटैल ने कहा कि नर्मदा हमें सबकुछ दे रही है, तो हमारा भी कर्त्तव्य है कि माँ नर्मदा की अविरलता और स्वच्छता बनी रहे। इसके लिए हम हर संभव प्रयास करें और दूसरों को भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि नर्मदा के जल से प्रदेश की सिंचाई क्षमता एवं बिजली उत्पादन में वृद्धि हुई है। साथ ही कृषि उत्पादन में प्रदेश अव्वल बना हुआ है। उन्होंने नर्मदा के दोनों तटों के एक किलोमीटर के दायरे में वृक्षारोपण कर हरित चुनरी ओढ़ाने का आव्हान किया।

साध्वी योग माया तीर्थ ने रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों का उपयोग बंद कर जैविक खेती अपनाने पर बल दिया। साध्वी ने कहा कि ऐसी कोई भी पूजन- सामग्री नर्मदा में प्रवाहित न करे, जिससे नर्मदा जल प्रदूषित हो।

संत केशव चैतन्य जी महाराज ओंकारेश्वर, महंत बालकदास जी खिरका और नमो नारायण स्वामी खिरेटी ने जनसमुदाय को नर्मदा सहित अन्य सभी नदियों और पर्यावरण की रक्षा करने का आव्हान किया। साथ ही इस दिशा में जागरूकता बढ़ाने पर विशेष जोर दिया।

पौधरोपण के प्रति लोगों को किया जा रहा जागरूक

यात्रा के दौरान नर्मदा किनारे के गाँवों में लोगों को पौधे लगाकर उन्हें संरक्षित कर वृक्ष बनाने के प्रति जागरूक किया जा रहा है। जगह- जगह पौधरोपण भी किया जा रहा है।

दुधी उप यात्रा खिरेटी पहुँची

नर्मदा की सहायक नदी दुधी के नाम से सालीचौका से आई उप यात्रा नर्मदा सेवा यात्रा खिरेटी में शामिल हुई। दुधी नदी के जल का कलश यात्रा में शामिल किया गया।

इस अवसर पर साधु- संत, पूर्व विधायक श्री नरेश पाठक, जनपद पंचायत सांईखेड़ा की अध्यक्ष श्रीमती फूला बाई अहिरवार, जनपद पंचायत चीचली के अध्यक्ष श्री मुकेश मरैया, अन्य जन-प्रतिनिधि और श्रद्धालु मौजूद थे।

खिरेटी में महिलाओं ने सिर पर कलश लेकर यात्रा की अगवानी की। लोक नर्तक सैला नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति कर रहे थे।

10 जनवरी को झिकोली से होशंगाबाद जिले में जायेगी यात्रा

 नमामि देवी नर्मदे- नर्मदा सेवा यात्रा ने नरसिंहपुर जिले में 2 जनवरी को प्रवेश किया था। नर्मदा तट के विभिन्न गाँव और कस्बों से होती हुई लोगों को जल-संरक्षण और पर्यावरण के प्रति जागरूक करते हुए यात्रा आज सांईखेड़ा विकासखंड के झिकोली में रात्रि विश्राम करेगी। झिकोली में 10 जनवरी को प्रात: 10 बजे से यात्रा होशंगाबाद जिले के लिए प्रस्थान करेगी।

 

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश