Posted on 24 Mar, 2017 7:38 pm

 

भोपाल : शुक्रवार, मार्च 24, 2017, 19:06 IST

 

स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा है कि शिक्षण सत्र 2017-18 में सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई व्यवस्थित रूप से हो सके, इसके लिये शालाओं में अतिशेष शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण तय समय-सीमा में पूरा किया जाये। इसके लिये उन्होंने पारदर्शी प्रक्रिया अपनाने को कहा। स्कूल शिक्षा मंत्री आज विभाग की परामर्शदात्री समिति की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी, समिति के सदस्य सर्वश्री चन्दर सिंह सिसोदिया, अरूण भीमावद और संजय शाह मौजूद थे। बैठक में बताया गया कि प्राथमिक‍शालाओं में 27 हजार शिक्षक अतिशेष हैं।

बैठक में सदस्यों ने राय दी कि शासकीय शालाओं में शौचालयों और अन्य बुनियादी सुविधाओं के लिये नगरीय एवं पंचायत निकायों की मदद ली जाये। शाला उपकर राशि का भी पूरा-पूरा उपयोग किया जाये। तय हुआ कि शालाओं में सौर ऊर्जा के उपयोग के लिये प्रत्येक ब्लॉक में एक शाला का चयन पॉयलट प्रोजेक्ट के तौर पर किया जाये। राज्य में स्कूल की शिक्षण व्यवस्था पर बेहतर तरीके से निगरानी रखी जा सके, इसके लिये विभागीय मंत्री की उपस्थिति में प्रत्येक तीन माह में कम से कम एक संभाग में एक बैठक अनिवार्य रूप से हो। बैठक में स्थानीय विधायकों को भी आमंत्रित किया जाये। निर्देश दिये गये कि शिक्षण व्यवस्था के संबंध में राज्य शासन स्तर पर जो स्वीकृतियाँ होती हैं उनकी जानकारी आवश्यक रूप से स्थानीय जन-प्रतिनिधियों को दी जाये।

बैठक में स्कूल शिक्षा सचिव श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी, आयुक्त लोक शिक्षण श्री नीरज दुबे, आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र श्री लोकेश जाटव एवं विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश