Posted on 29 Jul, 2018 6:56 pm

 

राज्य सरकार ने साढ़े 6 लाख रूपये खर्च कर 3 वर्षीय मासूम सौरभ की ग्वालियर के अग्रवाल रिसर्च इंस्टीट्यूट में कॉक्लियर इम्प्लाट की सर्जरी करवाई है। अब वह अच्छी तरह बोलने-सुनने लगा है। सतीपुरम जिला मुरैना निवासी लोकेन्द्र सिंह सिकरवार का बेटा सौरभ जन्म से ही गूंगा और बेहरा था। जब वह 8 माह का हुआ तो माता पिता ने पाया कि वह बच्चे से बात करते हैं, उसे बुलाते हैं, तो वह कुछ बोलता नहीं है और सुनता भी नहीं है। माता पिता ने उसे दो-तीन जगह दिखवाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

एक दिन आंगनवाड़ी में आर.बी.एस की टीम आई और सौरभ को देखकर मुरैना जिला अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। डाक्टरों ने उसे गूंगा, बेहरा बताया, तो माता पिता चिन्ता में पड़ गये। डॉक्टरों ने लोकेन्द्र से कहा कि चिन्ता की बात नहीं है। बच्चे का उपचार बाल श्रवण योजना में सरकारी खर्च पर ग्वालियर में कराया जायेगा।

चिकित्सकों ने ग्वालियर के अग्रवाल रिसर्च इंस्टीट्यूट को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में साढ़े 6 लाख रूपये दिये। डॉ. राहुल अग्रवाल ने 12 जनवरी 2018 को सौरभ की कॉक्लियर इम्प्लाट की सर्जरी की। अब सौरभ पूरी तरह से ठीक है और बोलने-सुनने लगा है।

 गुना जिले में बीनागंज के देहरी ग्राम के गोविन्‍द सिंह मीना के घर दो बेटियों के बाद जन्‍मा अर्पित जन्‍म से ही मूक-बधिर था। सरकारी अस्‍पताल में टीम ने बताया कि कॉक्लीयर इंप्लांट सर्जरी से बच्चा बिलकुल ठीक हो जाएगा। इलाज का खर्चा लगभग 6 लाख रूपये होगा। गोविंद निराश हुआ क्योंकि इतने पैसें की व्यवस्था करना उसके बस की बात नहीं थी। गोविंद को राहत तब मिली, जब गुना अस्‍पताल में उसे बेटे अर्पित की कॉक्लियर इम्‍प्‍लांट सर्जरी के लिए 6 लाख 50 हजार रूपये की स्‍वीकृति हाथ में मिली। इसके साथ ही अरविन्‍दो अस्‍पताल, इन्‍दौर तक आने-जाने के लिए दो हजार रूपये अलग से मिले। अब अर्पित स्वस्थ है, खूब बोलता है, खूब बात करता है। मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना में नि:शुल्क उपचार से अर्पित को नई और स्वस्थ जिंदगी मिली है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश