Posted on 29 Apr, 2019 11:28 am

प्रदेश की 6 संसदीय सीटों के लिये आज मतदान के दौरान आम मतदाताओं में सरकार बनाने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का जज्बा पुरजोर ढंग से सामने आया। मतदान में 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले नवयुवाओं से लेकर 108 वर्ष की महिला तक ने लोकतंत्र के इस महात्यौहार में पूरे उत्साह से अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

सिवनी जिले के बरघाट विधानसभा के मतदान केन्द्र पुलपुला-90 में नव-दम्पत्ति इंतलाल और उनकी नई दुल्हन ने बाकायदा बारातियों और बैण्ड-बाजों के साथ मतदान केन्द्र पहुँचकर अपना वोट डाला। दुल्हा-दुल्हन ने कहा कि हमने अपने नये सफर की शुरूआत मतदान के साथ करके अपने नैतिक दायित्व का पालन सुनिश्चित किया है। इसी प्रकार सिवनी जिले के ही बरघाट में सूरज लाल की बेटियों गायत्री और ज्योति की मतदान की सुबह ही विदाई होनी थी। बेटियों की विदाई स्वयं उनके लिये तथा माता-पिता के लिये अत्यंत भावुक क्षण होता है, किन्तु दोनों बेटियों ने बाबुल की दहलीज और माँ का आँचल छूटने के पल में भी लोकतंत्र के महात्यौहार में भागीदारी करने का निर्णय लिया और मतदान की अपनी जिम्मेदारी वरीयता दी। गायत्री और ज्योति ने मतदान करने के बाद कहा कि हमारा पहला रिश्ता देश से है, जिसके प्रति हमारी पहली जवाबदारी है। वोट देना भी देश के प्रति अपने कर्त्तव्य का निर्वहन करना है। कहते हैं कि बड़े-बुजुर्ग हमेशा हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। इसे चरितार्थ किया 108 वर्ष की श्रीमती शांति बाई पाण्डे ने इस उम्र में भी विधानसभा सिवनी के मतदान केन्द्र-228 पहुँचकर अपना वोट दिया।

लोकसभा निर्वाचन में बुजुर्गो का उत्साह भी देखते ही बन रहा था। डिण्डोरी जिले के लोकसभा क्षेत्र मण्डला के लिये 94 वर्षीय कलाबाई वनवासी ने मतदान केन्द्र-9 शाहपुरा में मतदान किया जबकि मतदान केन्द्र क्रमांक-253 गोरखपुर माल में 93 वर्षीय महिला ने भी अपना वोट डाला। मण्डला के राहुल मेहरा ने भी एक मिसाल कायम करते हुए पैर में फ्रेक्चर के बावजूद अपना वोट डाला। वे लाठी के सहारे मतदान केन्द्र पहुँचे थे। राहुल कहते हैं कि रास्ता अपनेआप मिल जाता है, बस चलने का जज्बा हो।

सीधी जिले के चुरहट विधानसभा के ग्राम ममदर निवासी 60 वर्षीय चंद्रमणि पाण्डेय ने विषम परिस्थितियों में भी जिस मनोबल का परिचय दिया, वह अनुकरणीय है। फेफड़ों में संक्रमण के चलते वे गंभीर रूप से बीमार हैं और बीते 6 महीनों से आक्सीजन के सहारे हैं। इसके बावजूद एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करते हुए श्री पाण्डेय आक्सीजन मास्क लगाकर अपने मतदान केन्द्र क्रमांक-98 पहुँचे और अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

Recent