Posted on 11 Jul, 2016 9:19 pm

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रूस्तमसिंह ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा आज एक बड़ा काम है। उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि पाँच वर्ष तक के कई बच्चों की मौत डायरिया से हो जाती है। उन्होंने बताया कि सरकार इसे रोकने के लिए प्रयासरत है और लोगों में जागरूकता लाने के लिए सघन दस्त रोग नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इस दौरान एक करोड 5 लाख से अधिक बच्चों तक ओआरएस के पैकेट और जिंक की गोलियाँ पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश में एक माह तक गाँव-गाँव में छोटे परिवार के महत्व को बतलाते हुए परिवार कल्याण के साधनों की जानकारी तथा सेवाएँ विशेष अभियान के रूप में दी जायेंगी। उन्होने आज आईईसी ब्यूरो में दस्त रोग नियंत्रण पखवाड़ा और जनसंख्या स्थिरीकरण माह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मिशन संचालक व्ही. किरण गोपाल, संचालक डॉ. बी.एन. चौहान, डॉ.बी.एस.ओहरी, संयुक्त संचालक डॉ. श्रीमती किरण शेजवार, उप संचालक डॉ. राजश्री बजाज एवं सीएमएचओ डॉ. वीणा सिन्हा भी उपस्थित थीं।

श्री रूस्तम सिंह ने बताया कि यह महत्वपूर्ण है कि बच्चों के अभिभावकों में डायरिया रोग के कारण, लक्षण और उपचार की जानकारी का प्रसार किया जाये। बहुत छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर दस्त रोग से बचा जा सकता है जैसे कि अच्छी तरह से विधिपूर्वक हाथ धोना, स्वच्छ पेयजल का सेवन करना आदि। यदि इनका पालन जीवन मे करें तो काफी हद तक डायरिया से छुटकारा पाया जा सकता है। श्री सिंह ने बताया कि विगत वर्ष प्रदेश में करीब 81 लाख बच्चों तक दस्त नियंत्रण पखवाड़े के दौरान जिंक और ओ.आर.एस. वितरित की गई थी। इस वर्ष भी एक करोड़ पाँच लाख तक बच्चों तक पहुँचने का लक्ष्य हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि डायरिया के होने का प्रमुख कारण अशुद्ध पानी है। पखवाड़े के दौरान स्वच्छ पेयजल के उपयोग के संबंध में भी जानकारी नागरिकों को दी जायेगी। वर्षा के बाद ठहरे हुए पानी में मलेरिया, डेंगू आदि के फैलाव को रोकने के लिये अभी से प्रयास करने के निर्देश दिये। श्री सिंह ने कहा कि मैदानी कार्यकर्ता बीमारी के फैलाव को तत्परता से रोकें। उन्होंने बताया कि बाढ़ की स्थिति के बाद फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिये विभाग द्वारा विशेष टीमें गठित की गई है।

इसके पूर्व मिशन संचालक व्ही. किरण गोपाल ने बताया कि पखवाड़े के दौरान अधिक से अधिक बच्चों तक पहुँचने के प्रयास किये जायेंगे। डॉ. राजश्री बजाज ने बताया कि यह पखवाड़ा 11 से 23 जुलाई तक आयोजित किया जा रहा हैं। सीएमएचओ डॉ. वीणा सिन्हा ने कार्यक्रम का संचालन किया।

जनसंख्या स्थिरता माह का शुभारंभ

स्वास्थ्य मंत्री श्री श्रस्तम सिंह ने आज ही एक माह तक चलने वाले जनसंख्या स्थिरता माह का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि निरंतर बढ़ती जनसंख्या से साधनों में निरंतर कमी हो रही है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण आज की आवश्यक है। श्री सिंह ने बताया कि लोगों को नियोजित परिवार के संबंध मे एक माह तक गाँव स्तर तक जानकारी दी जायेगी। जिन लोगों ने परिवार को सीमित रखने के लिए साधन अपनाये हैं उन्हें प्रेरणा योजना में लाभान्वित किया जायेगा। परिवार कल्याण के साधन अपनाने वाले लोगों को नियमानुसार पात्र होंने पर प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। उन्होंने कहा कि जिला-स्तर पर कलेक्टर, सीएमएचओ, पंचायत प्रतिनिधि मिलकर जनसंख्या स्थिरीकरण हेतु प्रयास करें। इसके पूर्व संचालक डॉ. बी.एस. ओहरी ने जनसंख्या स्थिरीकरण माह के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर एनएचएम कार्यालय में राज्य स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया। कार्यशाला में जनसंख्या रोकने के संबंध में सुझाव दिये गये तथा रणनीति पर चर्चा की गई।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश 

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