Posted on 26 Dec, 2016 4:39 pm

भोपाल : सोमवार, दिसम्बर 26, 2016, 16:15 IST
 

वाणिज्य-उद्योग खनिज साधन, रोजगार और प्रवासी भारतीय मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि ज्ञान, कौशल और संस्कार विकसित करना ही शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य है। संस्कार युक्त शिक्षा व्यक्ति को गुणवान और संवेदनशील बनाती है। श्री शुक्ल सतना में सरस्वती आवासीय विद्यापीठ उतैली में तीन दिवसीय अभ्युदय महाशिविर का समापन कर रहे थे। इस मौके पर महापौर श्रीमती ममता पाण्डेय तथा समाजसेवी श्रीकृष्ण माहेश्वरी भी उपस्थित थे।

श्री शुक्ल ने कहा कि भारत देश अपनी अनमोल विरासत और आध्यात्मिक दृष्टि के कारण विश्व गुरू का दर्जा प्राप्त करने का अधिकार रखता है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व के कल्याण की भावना और प्राणी मात्र की चिंता ही नहीं बल्कि नदी, पहाड़, चर और अचर जगत की भी चिंता करता है।

उद्योग मंत्री ने कहा कि बच्चों के हाथों में देश का भविष्य सुरक्षित है। इन्हीं बच्चों में से आगे चलकर महापुरूष, वैज्ञानिक, समाजसेवी, चरित्रवान, देशभक्त एवं कर्मठ नागरिक बनेंगे। श्री शुक्ल ने कहा कि सरकार समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति के उत्थान और उसके कल्याण के लिये संकल्पित है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने हर वर्ग, हर क्षेत्र, विशेषकर कमजोर वर्ग के विकास और कल्याण की योजनाएँ लागू कर समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति को आगे लाने की परिकल्पना को चरितार्थ किया है।

श्री शुक्ल ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के सामने दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। शिविर में 25 विद्यालय के करीब पाँच हजार छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। शिविर के आयोजक श्री योगेश ताम्रकार ने भी संबोधित किया।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश