Posted on 26 Jul, 2018 4:12 pm

 

मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना अंसगठित श्रमिकों और उनके परिवार को समाज में सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत करने के लिये सक्षम बना रही है। योजना में पंजीबद्ध हितग्राही का देहावासन होने पर अन्त्येष्टि संस्कार के लिये 5 हजार रुपये और परिवार को जीवनयापन के लिये 2 से 4 लाख रुपये तक की सहायता तुरंत उपलब्ध कराने का प्रावधान है। शाजापुर जिले की रामभरोसे बाई और छिन्दवाड़ा जिले की रूक्मणी बाई को उनके पति के असामयिक निधन पर यह योजना संस्कारों की पूर्ति करने और बाकी जीवन सम्मानपूर्वक जीने में सहायक बनी है।

शाजापुर जिले के ग्राम दूपड़ा की रामभरोसे बाई के पति लालसिंह की विगत अप्रैल माह में एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। परिवार के पास पति की कमाई के अलावा आमदनी का कोई दूसरा जरिया नहीं था। पति की अचानक मृत्यु से परिवार पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा था। ऐसी कठिन परिस्थितियों में मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना रामभरोसे बाई का सहारा बनी। उसे पति की अन्त्येष्टि के लिए 5 हजार रूपये तथा परिवार के जीवनयापन के लिए 4 लाख रूपये बतौर अनुग्रह राशि तुरंत उपलब्ध करवाए गए।

छिन्दवाड़ा जिले की रूक्मणी बाई राजपूत के पति के निधन पर आर्थिक अभाव के कारण उसे पति की अन्त्येष्टि करने में परेशानी हो रही थी। नगर पालिका परिषद अध्यक्ष की पहल पर संबल योजना में अन्त्येष्टि के लिये 5 हजार रूपये स्थानीय अधिकारियों द्वारा तुरंत घर पर ही पहुँचाये गये। इसके अलावा, परिवार के भरण-पोषण की स्थायी व्यवस्था के लिये 4 लाख रुपये अनुग्रह राशि स्वरूप भी दिये गये। यह राशि उसे वापस नहीं लौटाना है।

अब रामभरोसे बाई और रूक्मणी बाई का परिवार बेसहारा नहीं है। उनके साथ राज्य सरकार है।


सक्सेस स्टोरी (छिन्दवाड़ा, शाजापुर)

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश