संतानहीन महिलाओं के इलाज की समुचित व्यवस्था की जायेगी
Posted on 01 Jun, 2016 11:22 am
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संतानहीन महिलाओं के इलाज की समुचित व्यवस्था की जायेगी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ दिलाने के लिये ज्यादा से ज्यादा किसानों को शामिल करने का अभियान चलाया जायेगा। साथ ही जीराशंकर धान एवं अन्य परंपरागत अनाजों एवं पौधों के संरक्षण के विशेष उपाय किये जायेंगे। मुख्यमंत्री आज यहाँ वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिये 'ग्रामोदय से भारत उदय' अभियान के दौरान किये गये कार्यों की लगातार दूसरे दिन समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज जबलपुर, उज्जैन, भोपाल एवं नर्मदापुरम संभाग की समीक्षा की। उन्होंने जिला कलेक्टरों से ग्रामोदय अभियान में किये गये कार्यों, योजनावार लाभान्वित हितग्राहियों तथा नवाचारों की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने हितग्राहीमूलक योजनाओं में राशि का वितरण समय पर होना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने अभियान के दौरान संतानहीन के रूप में चिन्हित महिलाओं के समुचित इलाज की व्यवस्था, रक्तदान शिविर लगाने एवं जल-संरचनाओं की मरम्मत और उन्हें गहरा करने का अभियान चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जल संरचनाएँ हमारी धरोहर हैं। मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जनजाति के छात्रों की भाँति अन्य छात्रों के लिये भी आईआईटी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में टेण्डर कर बीमा कम्पनियों का निर्धारण करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। प्रदेश में सभी पाँच कलस्टर के लिये बीमा कम्पनियां तय की जा चुकी हैं। इससे किसानों को भारी लाभ होगा। इसमें उद्यानिकी फसलों को भी शामिल किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली में हितग्राही को पात्रता पर्ची के साथ ही खाद्यान्न वितरण भी सुनिश्चित किया जाये। श्री चौहान ने अलग-अलग जिले की जलवायु के अनुसार वृक्षारोपण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुए नवाचार अन्य जिलों में भी प्रयोग किये जायें।
मुख्यमंत्री ने जबलपुर जिले में मनरेगा के भुगतान की जानकारी ली तथा वहाँ धान की जगह दलहन को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिले में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में हुए कार्य की सराहना की। जिले में अभियान के दौरान दिव्यांगों के लिये शौचालय बनाये गये हैं एवं दिव्यांग रोजगार मेला लगाये गये। इसी तरह कटनी जिले में इंदिरा आवास योजना की दूसरी किश्त 15 जून तक वितरित करवाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने पंचायतों को दिये गये टी.वी. एवं कम्प्यूटर के चलने की जानकारी ली। उन्होंने छात्रवृत्ति वितरण की भी जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने छिंदवाड़ा जिले में आवासीय पट्टे वितरित करने का अच्छा कार्य होने पर बधाई दी। बताया गया कि जिले में महिलाओं को आटो चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा चिरौंजी के पौधरोपण का कार्य भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने नरसिंहपुर जिले में कौशल उन्नयन एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली में हुए नवाचार की बधाई दी तथा पेंशन स्वीकृति प्रकरणों पर ध्यान देने के निर्देश दिये।
सिवनी जिले में सीताफल के पौधरोपण को प्रोत्साहित करने और इसे बाजार से जोड़ने के लिये खाद्य प्र-संस्करण इकाई स्थापित करने को कहा। जिले में निर्मल नीर कार्यक्रम में कुँओं का कार्य व्यापक पैमाने पर लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने मण्डला जिले में अनुसूचित जनजाति के 47 बच्चों के आई.आई.टी. परीक्षा में चयन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बधाई दी। उन्होंने सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये। जिले में मुख्यमंत्री आवास योजना में आवास निर्माण का अच्छा कार्य हुआ है। मुख्यमंत्री ने डिण्डौरी जिले में आधार सीडिंग की प्रगति बढ़ाने तथा बैंकों से हितग्राहीमूलक योजना में राशि वितरण पर नजर रखने के निर्देश दिये।
श्री चौहान ने बालाघाट जिले के अदंरूनी क्षेत्रों तक जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाना सुनिश्चित करने और इन क्षेत्रों में ज्यादा दौरे करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिले की धान की प्रमुख किस्म जीराशंकर एवं चिन्नौर के संरक्षण के विशेष उपाय करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जीराशंकर चावल का स्वाद दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है। इस दौरान बताया गया कि जिले में दिव्यांगों को स्व-रोजगार के लिये लाख की चूड़ी बनाने का प्रशिक्षण शुरू किया गया है। साथ ही खेत-तालाब योजना में मछली पालन लिया गया है। जिले के छात्रावासों द्वारा आईएसओ से प्रमाण पत्र हासिल किया गया है। अन्य जिलों में ग्रामोदय अभियान में किये गये कार्यों की भी समीक्षा की गई और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
समीक्षा के दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव, वन मंत्री श्री गौरीशंकर शेजवार, वित्त एवं जल संसाधन मंत्री श्री जयंत मलैया, लोक निर्माण मंत्री श्री सरताज सिंह, कृषि मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन, उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधराराजे सिंधिया, महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह, श्रम मंत्री श्री अंतरसिंह आर्य, राजस्व मंत्री श्री रामपाल सिंह, संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा एवं शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी तथा मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश