Posted on 03 Mar, 2019 6:28 pm

मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा है कि प्रदेश में किसानों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने तथा उनके समग्र कल्याण के लिए नई कृषि नीति बनाई जायेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि निमाड़ क्षेत्र के प्रमुख संत श्री सिंगाजी की तपोस्थली को प्रमुख धार्मिक पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से आत्म निर्भर बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा कारगर कदम उठाये जा रहे है। किसानों के हित में क्रांतिकारी निर्णय लेकर उनका बेहतर अमल किया जा रहा है। 

मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ आज इंदौर संभाग के खण्डवा जिले के मूंदी क्षेत्र में स्थित संत सिंगाजी थर्मल पावर प्लांट के समीप आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में उन्होंने जय किसान फसल ऋण माफी योजना में किसानों को सम्मान पत्र दिये तथा सिंगाजी पावर प्लांट के द्वितीय चरण का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न विकास कार्यो का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया।

मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा कि राज्य सरकार ने गत 65 दिनों में अपनी हितेशी नीति एवं नियत का परिचय दिया है। राज्य सरकार द्वारा हर प्रदेशवासी के कल्याण के लिए संकल्पबद्ध होकर कार्य किया जा रहा है। सरकार द्वारा हर वचन को अक्षरतः रूप से निभाने के कटिबद्ध होकर प्रयास किए जा रहे है। जन आकांक्षाओं एवं विश्वास पर खरा उतरने के लिए निरतंर कार्य किए जा रहे है। सरकार द्वारा कई ऐतिहासिक निर्णय लेकर उनका अमल किया जा रहा है। किसानों के जीवन स्तर को उठाने आर्थिक रूप से मजबूत बनाने तथा उनके समग्र कल्याण के लिए लगातार कार्य किए जा रहे है। किसानों को कर्ज से मुक्त करने के प्रयास हो रहे है। पूरे प्रदेश में किसानों को 2 लाख रूपये तक का कर्जा माफ किया गया है। कृषि उत्पादकता एवं कृषि उत्पादन बढ़ाना तथा किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए भी कार्य किए जा रहे है। प्रदेश में हम किसानों के चेहरे पर खुशी देखना चाहते है। कृषि क्षेत्र में नई क्रांति लाई जायेगी, इसके लिए नई कृषि नीति बनाई जायेगी। उन्होंने कहा कि संत सिंगाजी को नमन करते हुए उनकी तपोस्थली को प्रमुख धार्मिक पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जायेगा। श्री कमल नाथ ने कहा कि प्रदेश के युवाओं की शक्ति का सकारात्मक उपयोग किया जायेगा। रोजगार के अवसर उन्हें उपलब्ध कराए जायेंगे, इसके लिए औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित किया जायेगा। राज्य सरकार हर प्रदेशवासी के विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास करेगी। 

लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हितों के प्रति सजग किसानों के कल्याण के लिए ऋण माफी, रियायती दर पर बिजली उपलब्ध कराने, सिंचाई के संसाधन बढ़ाने के लिए अनेक निर्णय लेकर उनका क्रियान्वयन किया जा रहा है। 

किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री सचिन यादव ने कहा कि सरकार की कथनी एवं करनी में कोई अंतर नहीं है। हर वचन को पूरा करने के लिए कार्य किए जा रहे है। उन्होंने किसानों के हितों के संबंध में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए किसानों से तत्संबंधी योजनाओं का लाभ लेने का आग्रह किया। 

ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि बिजली के बिल को हाफ करने के संबंध में योजना शुरू कर 100 रूपये में 100 यूनिट बिजली दी जा रही है। इसी तरह 700 रूपये प्रति हार्सपावर प्रति वर्ष बिजली देने का निर्णय भी लिया गया है। पूर्व में 1400 रूपये प्रति हार्सपावर प्रतिवर्ष किसानों को देना पड़ता था। इससे किसानों को आर्थिक फायदा भी पहुंचेगा। 

पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री अरूण यादव ने राज्य सरकार द्वारा क्रियान्वित योजनाओं की जानकारी दी और राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने संत सिंगाजी महाराज की तपोस्थली को प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की जरूरत भी बताई।

कार्यक्रम के शुरू में विधायक श्री नारायण पटेल ने स्वागत भाषण दिया। समारोह में श्री सुरेन्द्र सिंह ठाकुर, श्री सचिन बिड़ला, श्रीमती सुमित्रा कास्डेकर मौजूद थे। खण्डवा जिले में जय किसान फसल ऋण माफी योजना में 45 हजार से अधिक किसानों के 180 करोड़ 59 लाख रूपये से अधिक की राशि का ऋण माफ स्वीकृत किया गया है। 

7820 करोड़ की सबसे बड़ी ताप विद्युत परियोजना से सर्वाधिक लाभ कृषि उपभोक्ताओं को

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने खंडवा जिले के मूंदी में मध्यप्रदेश पवार जनरेटिंग कंपनी की सबसे ताप विद्युत परियोजना श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना का लोकार्पण किया। इस परियोजना की कुल लागत 7820 करोड़ की है। श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना के द्वितीय चरण के 660-660 मेगावाट की ये दो इकाईयाँ सुपर क्रिटिकल तकनीक पर आधारित है। इन परियोजना की कुल स्थापित विद्युत उत्पादन क्षमता 2520 मेगावाट है। इसका सर्वाधिक लाभ कृषि उपभोक्ताओं को मिलेगा।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​​​​

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