Posted on 11 Apr, 2018 7:39 pm

 

मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण और घरेलू हिंसा जैसी घटनाओं पर नियंत्रण स्थापित करने के लिये जागरूक महिलाओं के शौर्या दल शानदार काम कर रहे हैं। मन्दसौर जिले में 1735 आंगनवाड़ी केन्द्रों पर शौर्या दल गठित किये गये हैं। शौर्यादलों द्वारा महिलाओं के विरूद्ध हिंसा, सामाजिक कुरीति उन्मूलन, स्वच्छता, सामाजिक जागरूकता आदि क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया गया है। पिछले 2 वर्षों में शौर्या दलों ने घरेलू हिंसा के 240 से अधिक मामलों को स्थानीय स्तर पर परामर्श के माध्यम से सुलझाने में सराहनीय भूमिका का निर्वहन किया है।

मन्दसौर जिले में बाल विवाह रोकथाम में शौर्या दलों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। दल के सदस्य आयोजन के पूर्व ही परिजनों को बाल विवाह के दुष्प्रभावों एवं कानून का भय दिखाकर इरादों को बदलने पर मजबूर कर रहे हैं। गत वर्षो में शौर्या दलों के जागरूक प्रयासों से 350 से भी अधिक संभावित बाल विवाह के इच्छुक परिजन अपने विचार बदलने को मजबूर हुये हैं।

मन्दसौर शहर निवासी 86 वर्षीय एक वृद्ध को उसकी बहू प्रताड़ित करती थी क्योंकि वह उसे वृद्धाश्रम में छोड़ना चाहती थी। वृद्धा घर छोड़ना नहीं चाहती थी। शौर्या दल सदस्य माधुरी सोलंकी ने उस महिला के पुत्र एवं पुत्रवधु दोनों को समझाया। कोई हल नहीं निकलने पर पूरी जानकारी पुलिस अधीक्षक को जनसुनवाई में बताई। पुलिस टीम ने जाकर वृद्धा के पुत्र एवं पुत्रवधु को समझाया। अब वृद्धा को बेटा-बहू के घर में पूर्ण स्नेह एवं सम्मान प्राप्त हो रहा है। शौर्या दल सदस्य माधुरी सोलंकी ने बताया कि वह पिछले 4 माह से हर सप्ताह वृद्धा का हाल पूछने जाती है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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