Posted on 02 Aug, 2018 5:30 pm

 

मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल) योजना लागू होने के बाद से गरीब, मजदूर और असंगठित क्षेत्र के पंजीकृत श्रमिक परिवारों में खुशहाली का माहौल है। सावन की बूँदो के साथ इनके घर आंगन में भी हरियाली छाने लगी है। गरीब परिवारों को बकाया बिजली बिल माफी के प्रमाण-पत्र मिलते ही उनके बच्चों के आँखों में नई चमक पैदा हो गई है और वह मन लगाकर पढ़ाई करने लगे है।

कटनी जिले के बरही तहसील के ग्राम उबरा के रंजीत केवट मजदूरी से होने वाली आमदानी से परिवार का भरण-पोषण ही ठीक से नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में केवट का बकाया बिजली बिल बढ़ते-बढ़ते 8,000 से भी ज्यादा हो गया था। बकाया बिजली बिल माफी योजना से उनका पूरा बिल राज्य सरकार ने माफ कर दिया है। अब 200 रुपये प्रतिमाह तक बिजली बिल की गारंटी भी मिल गयी है। अब बच्चों के पढ़ाई की चिंता खत्म हो गई है अब इनके घर में 24 घंटे बिजली रहेगी और बच्चे रात में भी पढ़-लिख सकेंगे।

सीधी जिले के शिवराज रजक का बकाया बिजली बिल 19 हजार रुपये तक पहुँच गया था, हर माह सरचार्ज बढ़ रहा था। संबल योजना में असंगठित क्षेत्र के श्रमिक का पंजीयन होने पर उनका बकाया बिजली बिल माफ हो गया। साथ ही, परिवार को आर्थिक सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य की बीमा गारंटी भी मिल गई। शिवराज ने 200 रुपये प्रतिमाह तक बिल जमा करने की शपथ ली है।

देवास जिले के बाबूलाल ग्राम आनंदपुर डुंगरिया में ही मजदूरी करके घर चला रहे हैं। इनका बकाया बिजली बिल बढ़ते-बढ़ते 9 हजार रूपये से भी ज्यादा हो गया। घर में जब बिजली विभाग के कर्मचारी बिल लेकर आते तो इनके दिल की धड़कने बढ़ जाती थीं। बकाया बिल माफी योजना और सरल बिजली बिल ने इनके परिवार में फिर से विश्वास जगा दिया है। बकाया बिजली बिल 9 हजार रुपये माफी के प्रमाण-पत्र को इन्होंने अपने घर में लेमिनेशन कर रखा है। बाबूलाल कहते है कि बिजली बिल माफी प्रमाण-पत्र है। हमारा सम्मान पत्र है और 200 रुपये प्रति माह तक के बिल का गारंटी पत्र भी है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश