Posted on 29 Sep, 2018 9:00 pm

 

राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि विश्वविद्यालय और कॉलेज के शिक्षकों तथा छात्रों को गाँवों में जाकर बच्चों को पढ़ाना चाहिये। सभी स्कूलों के 8वीं से 10वीं कक्षा तक के बच्चों को विश्वविद्यालयों और कारखानों का भ्रमण करवाना चाहिये, ताकि वे इससे प्रभावित हों और यहां तक पहुँचने के लिये अपना लक्ष्य बना सकें। राज्यपाल आज साँची में बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय में आधुनिक परिप्रेक्ष्य में भारतीय दर्शन का लेखन विषय पर आयोजित कार्यशाला के समापन समारोह को संबोधित कर रही थीं।

साँची विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य डॉ यज्ञेश्वर एस. शास्त्री ने कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आधुनिक परिप्रेक्ष्य में भारतीय दर्शन के लेखन को सांची विश्वविद्यालय ने चुनौती के रूप में लिया है। यह 10 साल का प्रोजेक्ट है। मुख्यमंत्री ने इस कार्य के लिए विश्वविद्यालय को 10 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की है। इस प्रोजेक्ट को छोटे-छोटे मॉड्यूल (परियोजनाओं) के माध्यम से पूर्ण किया जाएगा। कुलपति ने बताया कि कार्यशाला में प्रस्तुत सभी शोध को संकलित कर प्रकाशित किया जाएगा। इसके लिए एक संपादकीय मंडल का गठन भी किया जाएगा।

 

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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