Posted on 13 Apr, 2018 3:46 pm

विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ ने विश्वविद्यालयीन दैनिक वेतनभोगियों के नियमितीकरण और सातवें वेतनमान लागू करने के निर्णय का स्वागत किया है। महासंघ के सदस्यों ने आज उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया के निवास पर पहुँच कर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और उच्च शिक्षा मंत्री श्री पवैया का धन्यवाद ज्ञापित किया। मंत्री श्री पवैया ने कर्मचारी संघ से अपील की कि वे ऐसा कोई कदम नहीं उठायें, जिससे विद्यार्थियों के भविष्य पर विपरीत प्रभाव पड़े। श्री पवैया ने कहा कि परीक्षाओं के समय आन्दोलन से बचें।

मंत्रि-परिषद में गुरूवार को विश्वविद्यालीन दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के नियमितीकरण पर मोहर लगने के बाद पूरे प्रदेश के कर्मचारियों में हर्ष व्याप्त है। प्रदेश भर के कर्मचारी संघों के नेता बढ़ी संख्या में एकत्र होकर मुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री का स्वागत करने आये थे। मुख्यमंत्री की व्यस्तता के कारण श्री पवैया के निवास पर सरकार का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए संघ के नेताओं ने कहा कि हड़ताल के समय जो वचन दिया गया था, उसे एक माह में पूरा कर सरकार ने कर्मचारियों और उनके परिवारों के साथ न्याय किया है।

उच्च शिक्षा मंत्री श्री पवैया ने कर्मचारी संघ के धन्यवाद ज्ञापन के बाद कहा कि वे कर्मचारी संघ के आभार ज्ञापन को मुख्यमंत्री तक पहुँचाएंगे। दीर्घकाल से इन दोनों मांगो को पूरा करने का श्रेय मुख्यमंत्री के सहानुभूति पूर्ण रवैये को ही जाता है। वे सकारात्मक दृष्टिकोण से कर्मचारियों के बारे में सोचते हैं। उन्होंने कर्मचारी नेताओं से कहा कि परीक्षाओं के समय हड़ताल करना राष्ट्र धर्म के विपरीत है। इसलिये भविष्य में ऐसा नहीं होगा, यह उम्मीद करते हैं।

स्वागत करने वालों में विश्वविद्यालयीन कर्मचारी महासंघ के प्रान्त अध्यक्ष श्री राकेश सिंह गुर्जर, महासचिव लखन सिंह परमार सहित बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर और विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के साथ विश्वविद्यालय के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी शामिल थे।

बेनजीर कॉलेज के विद्यार्थी भी मिले: उच्च शिक्षा मंत्री श्री पवैया से उनके निवास पर बेनजीर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी भेंट की। विद्यार्थियों ने मंत्री श्री पवैया से बेनजीर महाविद्यालय के भवन को स्थानान्तरित नहीं करने का अनुरोध किया। उन्होंने महाविद्यालय स्थानान्तरित होने से छात्र-छात्राओं को आने वाली परेशानी से अवगत करवाया। मंत्री श्री पवैया ने छात्र-छात्राओं की मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर उचित निर्णय का आश्वासन दिया।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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