Posted on 23 Dec, 2016 5:32 pm

भोपाल : शुक्रवार, दिसम्बर 23, 2016, 17:16 IST
 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विमुक्त, घुमक्कड़, अर्धघुमक्कड़ जनजातियों को अनुसूचित जाति एवं जनजाति की सूची में शामिल किया जायेगा। इन जनजातियों के लोगों के परिचय पत्र बनाये जायेंगे और उन्हें वे सारी सुविधाएँ मिलेंगी, जो पिछड़े एवं गरीब वर्ग के लोगों को मिलती है। श्री चौहान आज देवास में विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्धघुमक्कड़ जातियों के प्रशिक्षण सह-सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर विमुक्त, घुमक्कड़, अर्धघुमक्कड़, जनजाति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती ललिता यादव, पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दीपक जोशी, सांसद श्री मनोहर ऊंटवाल, विमुक्त, घुमक्कड़, अर्धघुमक्कड़, जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री नारायण बंजारा उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विमुक्त जातियाँ सदियों से भटक रही हैं। अब भटकना बंद करें। एक स्थान पर निवास करें, सम्मानजनक रोजगार करें, बच्चों को पढ़ाएँ तथा अपने हाथों को निर्माण एवं सृजन में लगाएँ। श्री चौहान ने कहा कि सरकार आपके रहने के लिए प्लॉट, मकान बनाने के लिए सहायता, रोजगार के लिए ऋण, बच्चों की पढ़ाई के लिए सारी सुविधाएँ दिलाएगी।

आज का दिन आपके नाम

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विमुक्त, घुमक्कड़, अर्धघुमक्कड़, जनजातियों से कहा कि आज का दिन मैंने आप के नाम किया है। आज आप मेहमान हैं, सरकार मेजबान है। आप लोगों ने मुझे पगड़ी बाँधकर सबसे बड़ा सम्मान दिया है। मैं आपके मान, सम्मान तथा पगड़ी की शान को जाने नहीं दूँगा। आज मैं आप लोगों से बात करूँगा और हर समस्या का समाधान करूँगा। पूरी सरकार आपके पास आपके कल्याण के लिए आई है। हमारा प्रयास रहेगा कि आप सभी समाज में पूरे सम्मान का जीवन यापन कर सकें तथा अपनी भावी पीढ़ी को आगे ले जा सकें।

बच्चों को पढ़ाऐं, खर्चा सरकार देगी

श्री चौहान ने कहा कि आप सभी आज प्रण लें कि अपने बच्चों को अवश्य पढ़ाएँगे। पढ़ाई का खर्चा सरकार वहन करेगी। सरकारी स्कूलों में सभी प्रकार की सुविधाएँ दी जा रही हैं। बारहवीं कक्षा में 75 प्रतिशत अंक लाने पर सरकार लेपटॉप देगी, महाविद्यालय में स्मार्ट फोन देगी तथा आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर, इंजीनियर आदि की पढ़ाई करने के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था के साथ ही बड़े संस्थानों की फीस भी सरकार भरेगी। तकनीकी शिक्षा विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि अपने बच्चों को विभिन्न रोजगारों में प्रशिक्षण के लिए आईटीआई में व्यवस्था करें। उन्होंने बताया कि विमुक्त जन-जातियों के लिये प्रदेश में 140 छात्रावास संचालित है, आवश्यकता होने पर और छात्रावास खोले जाएँगे।

परिचय पत्र बनाए जाएँगे, मिलेंगी सभी सुविधाएं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आप सभी के प्रदेश के सभी जिलों में परिचय पत्र बनाए जाएँगे। इस संबंध में सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिए जा रहे हैं। इसके बाद आप सभी को वे सारी सुविधाएँ मिलेंगी जो पिछड़े एवं गरीब वर्ग के लोगों को मिलती हैं। सस्ता अनाज 1 रूपये किलो में गेहूँ, चावल एवं नमक मिलेगा, आवास बनाने के लिए प्लॉट मिलेगा, प्लॉट पर घर बनाने के लिए 1 लाख 20 हजार रूपये का ऋण तथा शौचालय के लिए 12 हजार रूपये मिलेंगे। रोजगार के लिए ऋण देंगे जिसमें 15 प्रतिशत अनुदान मिलेगा तथा 5 प्रतिशत ब्याज की राशि भी सरकार भरेगी। ऋण के लिए बैंक को गारंटी सरकार की ओर से दी जाएगी।

विपदा पर मिलेगी आर्थिक सहायता, अजा/जजा/पिछड़ा वर्ग में शामिल होंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से आकस्मिक मृत्यु पर 2 लाख रूपये, प्राकृतिक आपदा से मृत्यु पर 4 लाख तथा सामान्य मृत्यु पर 25 हजार रूपये की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। बस्तियों में सड़क, पानी आदि की सभी बुनियादी सुविधाएँ सरकार उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि अब विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्धघुमक्कड़ जातियाँ सामान्य जातियों की सूची में शामिल नहीं होंगी बल्कि उन्हें अजा, अजजा अथवा पिछड़ा वर्ग की जातियों की सूची में शामिल किया जाएगा। उन्होंने यह घोषणा भी कि शीघ्र ही विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्धघुमक्कड़ जातियों के अभिकरण में एक अध्यक्ष बनाया जाएगा तथा उसे मंत्री का दर्जा दिया जाएगा।

5 संकल्प दिलाए

सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्धघुमक्कड़ जातियों के उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति को 5 संकल्प दिलाए। कोई अपराध नहीं करेगा, कोई नशा नहीं करेगा, बच्चों को पढ़ाएंगे, बेटियों की इज्जत करेंगे, सफाई एवं स्वच्छता रखेंगे तथा इसके लिए हर घर में शौचालय बनाएंगे।

208 कार्यों का शिलान्यास तथा 164 का लोकार्पण

मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में 19 करोड़ 75 लाख 52 हजार लागत के 208 कार्य का शिलान्यास तथा 40 करोड़ 89 लाख 5 हजार के 164 कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्धघुमक्कड़ जातियों के प्रतिनिधियों को मंच पर सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के 200 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया।

दिव्यांगों को मिली चलित दुकानें

सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने दिव्यांग हितग्राहियों को चलित दुकानें प्रदान की। इन्हें ट्राइसिकिल पर इस प्रकार बनाया गया है कि दिव्यांग आराम से इन पर दुकान की सामग्री रखकर विक्रय कर सकते हैं। इन विशिष्ट दुकानों में लक्ष्मी कटलरी सेंटर, वीर अर्जुन फ्रूट शॉप सम्मेलन में आकर्षण का केन्द्र रहे।

ई-रिक्शा में बैठकर प्रदर्शनी का अवलोकन

मुख्यमंत्री ने स्वरोजगार योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को ई-रिक्शा वितरित किए। उन्होंने स्वयं हितग्राही भारत सेंधवा के ई रिक्शा पर बैठकर कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश