Posted on 24 Aug, 2018 6:31 pm

 

विद्यार्थियों की क्यों और कैसे की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करें। हर हाल में उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करें। राजस्व,विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात मॉडल स्कूल में वार्ड-32 के मेधावी विद्यार्थियों के सम्मान समारोह में कही।

श्री गुप्ता ने कहा कि डिग्री लेने के बाद भी विद्यार्थियों के चेहरे में मुस्कान क्यों नहीं, इसका कारण और हल खोजना जरूरी है। उन्होंने कहा कि परंपरागत पढ़ाई के साथ ही स्वयं को स्किल्ड भी करें। श्री गुप्ता ने कहा कि जितने अंक अभी मिले हैं, उतने में संतुष्ट नहीं होना। आगे अच्छी उपलब्धियों के लिये कठिन परिश्रम करना जरूरी है। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि क्लास-रूम में विद्यार्थी तभी आयेगा, जब उसे किताबों के अतिरिक्त ज्ञान मिलेगा। विद्यार्थी स्कूल में सीखने की मानसिकता से आता है, इसलिये उसे ऐसी बातें सिखाईये जो जीवन भर काम आयें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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