Posted on 05 Oct, 2018 6:24 pm

 

विज्ञान मंथन यात्रा में शामिल विद्यार्थियों को अनुशासन, सहयोग और अच्छे व्यवहार के आधार पर पुरस्कृत किया जायेगा। प्रत्येक ग्रुप में तीन-तीन बच्चों को पुरस्कृत किया जायेगा। इसके साथ ही यात्रा में शामिल 625 विद्यार्थियों में से परीक्षा के आधार पर चयनित 100 विद्यार्थियों को अलग से पुरस्कृत किया जायेगा। राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने 12वीं विज्ञान मंथन यात्रा में शामिल विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी यात्रा में घूमने नहीं, सीखने की मानसिकता से जायें।

श्री गुप्ता ने कहा कि पिछले 12 साल की विज्ञान मंथन यात्रा का विश्लेषण कर इसके इम्पेक्ट के बारे में जानकारी एकत्रित करें। उन्होंने कहा कि यात्रा में शामिल शिक्षकों और विद्यार्थियों में यात्रा के बाद अन्य शिक्षकों और विद्यार्थियों की तुलना में अंतर दिखना चाहिये। श्री गुप्ता ने कहा कि इनसे यात्रा के बाद निर्धारित प्रपत्र में फीडबैक लिया जाये। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान विद्यार्थियों को कम्युनिटी लिविंग का अनुभव होगा।

मध्यप्रदेश मिशन एक्सीलेंस कार्यक्रम के अंतर्गत मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् (मैपकास्ट), भोपाल द्वारा बारहवीं विज्ञान मंथन यात्रा 5-14 अक्टूबर तक आयोजित की गई है। प्रदेश के सभी जिलों से 625 मेधावी विद्यार्थियों का चयन किया गया है। यात्रा में आठवीं, नौवीं, दसवीं, ग्यारहवी एवं बारहवीं के केवल विज्ञान विषय के विद्यार्थी शामिल किये गये हैं।

दसवीं कक्षा (अग्नि समूह) के विद्यार्थी 5 अक्टूबर को लखनऊ के लिये प्रस्थान करेंगे। ग्यारहवीं कक्षा (पृथ्वी समूह) के विद्यार्थी भी इसी दिन देहरादून के लिये रवाना होंगे। बारहवीं (आकाश समूह) के विद्यार्थी 5 अक्टूबर को हैदराबाद के लिये प्रस्थान करेंगे। नौंवी (ब्रह्मोज समूह) के विद्यार्थी 6 अक्टूबर को पुणे के लिये रवाना होंगे, जबकि आठवीं (त्रिशूल समूह) के विद्यार्थी 7 अक्टूबर को अहमदाबाद के लिये प्रस्थान करेंगे। इस यात्रा के लिये चयनित विद्यार्थियों को चुनिंदा शहरों में स्थित विज्ञान संस्थानों और प्रयोगशालाओं के भ्रमण के साथ ही विख्यात वैज्ञानिकों से अपनी जिज्ञासाओं के समाधान का अवसर भी मिलेगा।

स्कूली बच्चों के लिये इस शैक्षणिक यात्रा की शुरूआत 2007 में हुई थी। परिषद द्वारा प्रति वर्ष यह यात्रा आयोजित की जाती है। अभी तक ग्यारह विज्ञान मंथन यात्राओं में सात हजार से अधिक विद्यार्थी सम्मिलित हो चुके हैं।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​

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