Posted on 01 Dec, 2016 5:00 pm

भोपाल : गुरूवार, दिसम्बर 1, 2016, 16:55 IST
 

मध्यप्रदेश टाइगर फाण्डेशन सोसायटी की पहल पर बीएचईएल भोपाल ने रातापानी वन्य-जीव अभयारण्य को दो सौर ऊर्जा संचालित वाटर पम्प वन्य-प्राणियों की पेयजल व्यवस्था के लिये सौंपे हैं। बीएचईएल के महाप्रबंधक श्री मनोज वर्मा ने संस्थान की कार्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व टीम के साथ दोनों पम्प अभयारण्य प्रबंधन को सौंपे। प्रबंधन सोलर पम्पों की रख-रखाव अनुरक्षण, सुरक्षा, ई-वेस्ट डिस्‍पोजल एवं प्रबंधन करेगा।

सोसायटी द्वारा वन्य-प्राणी संरक्षण एवं संरक्षित क्षेत्रों के आसपास रहने वाले समुदायों के संवहनीय विकास के लिये लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। इसमें कार्पोरेट सेक्टर सीएसआर में वस्तु रूप में सहायता करता है। हाल के कुछ सालों में कम्पनीज एक्ट में कई कम्पनी ने वन्य-प्राणियों के लिये वस्तु रूप में अभयारण्यों को सहायता दी है।

केन्द्र सरकार ने कम्पनीज एक्ट-2013 में संशोधन करते हुए वनस्पति जीव-जन्तु का संरक्षण, पर्यावरण संपोषण और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण आदि क्षेत्रों को बढ़ावा दिया है। सोसायटी इस तरह की भागीदारी को नियमित तौर पर करने के लिये कार्य नीति भी बना रही है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश