Posted on 07 Apr, 2018 4:11 pm

 

बालाघाट जिले के लामटा में आज सुबह 6 बजे बिजली के खम्बे पर एक उड़न गिलहरी पहुँच गई। कुछ देर बाद इलेक्ट्रिक शॉक से नीचे गिर गई। गाँव वालों ने फारेस्ट गार्ड को तुरंत इसकी सूचना दी। गार्ड ने इसको तुरंत रेस्क्यू सेन्टर पहुंचाया। जहाँ उपचार के बाद 4-5 घंटे में उड़न गिलहरी सामान्य हो गई। पूर्णरूप से सामान्य होने पर इसे पुन: जंगल में छोड़ दिया जायेगा।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) श्री जितेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि आरंभिक अवस्था में गिलहरी काफी सदमे में थी। धीरे-धीरे उसकी हालत में सुधार हो रहा है। बालाघाट जिले के जंगलों में पाई जानेवाली उड़न गिलहरी चिड़िया और चमगादड की तरह लम्बी उड़ान तो नहीं भर सकती, पर एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर पैराग्लाइडिंग कर उड़ान भरती है।

रात्रिचर उड़न गिलहरी फल, मूंगफली, कीड़े-मकोड़े, चिड़ियों के अंडे आदि खाती है। इसकी सूंघने की क्षमता काफी तीव्र होती है। महुआ का सीजन होने के कारण इस समय यह काफी सक्रिय है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

Recent