Posted on 15 Jun, 2018 5:13 pm

 

राज्य सड़क सुरक्षा क्रियान्वयन समिति की बैठक आज मंत्रालय में प्रमुख सचिव गृह श्री मलय श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि रोड सेफ्टी ऑडिट के लिये प्रथम चरण में ब्लेक स्पॉट लिये जाये। बैठक में परमानेन्ट रोड सेफ्टी इंजीनियर सेल का गठन करने को भी कहा गया। ट्रेनिंग फॉर ऑडिटर के लिये वाल्मी संस्थान के माध्यम से प्रशिक्षण के निर्देश दिये गये। लोक निर्माण विभाग द्वारा एक कैलेण्डर बनवाकर प्रशिक्षण के माध्यम से मास्टर ट्रेनर तैयार करवाने को भी कहा गया। सड़क सुरक्षा कोष को नॉनलेप्सेबल बनाने के लिये वित्त विभाग से चर्चा करने के निर्देश दिये गये।

बताया गया कि 616 ब्लेक स्पॉट चयनित किये गये हैं। ट्रीटमेंट किये गये ब्लेक स्पॉटों का ऑडिट करवाकर संबंधित थाना से रिपोर्ट ली जाये कि वहाँ एक्सीडेन्टों की संख्या में कमी आई है या नहीं। बैठक में ट्रॉमा सेन्टर पर भी चर्चा की गई। बताया गया कि परिवहन विभाग द्वारा एक अप्रैल से 10 जून तक 294 वाहन चालकों के लायसेंस निलबिंत किये गये हैं। पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान 563 स्कूल-कॉलेजों में सड़क सुरक्षा जागरूकता/यातायात शिक्षा कार्यक्रम किये गये। इनमें एक लाख 10 हजार 962 विद्यार्थियों ने सहभागिता की। अप्रैल माह में शराब पीकर वाहन चलाने वाले 1759 वाहन चालकों के चालान बनाये गये और 1387 प्रकरण न्यायालय में पेश किये गये। चालान अनुज्ञप्ति निलंबित करने के 381 प्रकरण सक्षम अधिकारी को भेजे गये। मई माह में 1666 चालान बनाकर 1320 प्रकरण न्यायालय में पेश किये गये और 320 चालान अनुज्ञप्ति निलंबित करने के लिये सक्षम अधिकारी को भेजे गये।

बैठक में सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के प्रतिनिधि द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाये जाने संबंधी पॉवर पॉइंट प्रेजेन्टेशन दिया गया। बैठक में परिवहन आयुक्त श्री शैलेन्द्र श्रीवास्तव, सचिव लोक निर्माण श्री आर. के. मेहरा, सचिव स्कूल शिक्षा श्री शोभित जैन और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री विजय कटारिया उपस्थित थे।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश