रोगों की रोकथाम और उपचार के लिए सक्रिय रहें
Posted on 01 Sep, 2016 3:50 pm
राज्य में रोग नियंत्रण की मुख्य सचिव ने की समीक्षा |
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भोपाल : गुरूवार, सितम्बर 1, 2016, 15:45 IST | |
मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा ने आज मंत्रालय में राज्य में रोग नियंत्रण प्रयासों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने रोगों की रोकथाम और उपचार के संबंध में की जा रही कार्यवाही की जानकारी विस्तार से प्राप्त की। बैठक में मुख्य सचिव श्री डिसा ने निर्देश दिए कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मलेरिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू , और चिकनगुनिया जैसे रोगों के नियंत्रण के लिए प्रभावी प्रयास किए जायें लोकस्वाथ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का अमला रोगों के उपचार के लिए सतत सक्रिय रहे। मुख्य सचिव श्री डिसा ने निर्देश दिए कि चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ आम-जन को रोगों से बचाव की जानकारी भी दे। रोग हो जाने की दशा में अस्पतालों में आने वाले रोगियों को आवश्यक औषधियाँ उपलब्ध करवाई जायें। रोगियों को मौसमी रोगों के उपचार के संबंध में निर्धारित प्रोटोकाल के अनुसार शीघ्र स्वस्थ्य करने के प्रयास किए जायें। बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्रीमती गौरी सिंह ने जानकारी दी कि राज्य में पर्याप्त मात्रा में औषधियाँ उपलब्ध हैं। उपचार का कार्य मानकों के अनुसार सभी अस्पताल में किया जा रहा है। इसके साथ ही मलेरिया और डेंगू के लार्वा को नष्ट करने की कार्यवाही भी समानांतर रूप से की जा रही है। राज्य में 01 जनवरी 2016 से अगस्त माह तक डेंगू के 355 और चिकनगुनिया के 25 प्रकरण प्रकाश में आए हैं। राज्य में डेंगू से इस अवधि में एक मृत्यु रायसेन में हुई है। मलेरिया में गत वर्ष इस अवधि में 30 हजार 305 मामले सामने आए थे। जबकि इस वर्ष 26 हजार 674 मामलें सामने आए हैं। गत वर्ष से दस-बारह प्रतिशत की कमी हुई हैं। राज्य के 54 विकास खंड जहाँ मलेरिया के 50 से अधिक प्रकरण सामने आए हैं, में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। बैठक में बताया गया कि मलेरिया के लिए आवश्यक दवा देने का कार्य चल रहा है। द्वितीय चक्र में औषधि देने का क्रम 15 अक्टूबर तक चलेगा। उन 19 जिले में प्रयास बढ़ाए गए हैं, जहाँ मलेरिया का प्रभाव अपेक्षाकृत अधिक है। प्रदेश में स्वाइन फ्लू के इस कैलेण्डर वर्ष में 884 नमूने जाँच के लिए गए। इनमें 38 पाजिटिव पाए गए थे, जिनका उपचार किया गया। ग्रामों में उपचार दल निरंतर भ्रमण कर रोगों की स्थिति से अवगत हो रहे हैं और आवश्यक उपचार की कार्रवाई की जा रही है। बैठक में जननी एम्बुलेंस सेवा से जुड़ी व्यवस्थाओं के संबंध में भी विस्तृत चर्चा हुई। इस अवसर पर मिशन डायरेक्टर एन.एच.एम. श्री किरण गोपाल, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ के.एल. साहू भी उपस्थित थे। |
साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश