Posted on 28 Sep, 2018 2:01 pm

 

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना की मदद से छिन्दवाड़ा जिले में विकासखण्ड मोहखेड़ के ग्राम राजेगाँव की महिला किसान की आर्थिक स्थिति में अप्रत्याशित बदलाव आया है। जानकी बाई पिछले 2 वर्षों से सफलतापूर्वक अनार और अन्य अंतरवर्तीय खेती से अच्छी-खासी आमदनी प्राप्त कर रही हैं। अब समृद्ध किसानों में गिना जाता है जानकी का परिवार।

राजेगाँव की जानकी बाई के पास करीब 3 हेक्टेयर भूमि है, जिसमें उद्यानिकी विभाग की राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत अनार की खेती कर रही हैं। उन्होंने ड्रिप विधि से टिशू कल्चर के अनार के पौधे 2 हेक्टेयर में लगाये। एक साल बाद इन पौधों से 8 से 10 किलो तक अनार प्रति पौधा प्राप्त हुआ। दूसरे वर्ष इन पौधों से 10 से 15 किलो अनार प्रति पौधा प्राप्त हुआ। इन दो वर्षों में उनके परिवार को इस उत्पादन से अच्छी-खासी आमदनी हुई है। अब उनके परिवार का जीवन-स्तर काफी अच्छा हो गया है और समाज में उनकी प्रतिष्ठा भी बढ़ी है। जानकी बाई के खेत में अनार देखने आसपास के गाँव के लोग भी आने लगे हैं। अब जानकी बाई किसानों को सलाह देती हैं कि सरकारी योजना का फायदा लेकर आधुनिक तरीके से खेती की जाये, तो खेती को आसानी से लाभकारी व्यवसाय बनाया जा सकता है।

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में छिन्दवाड़ा जिले मोहखेड़ विकासखण्ड के किसानों को क्लस्टर में खेती करने के लिये जोड़ा जा रहा है। योजना में किसानों को अन्य लाभ भी दिलाये जा रहे हैं। इसमें किसानों की अनार की पैदावार को ग्रेडिंग कर पैकिंग यूनिट में भण्डारण किया जाता है, ताकि बाजार में अच्छे दाम मिलने पर किसान अपनी फसल बेच सकें। अभी जिले में योजना अंतर्गत करीब 150 हेक्टेयर में अनार का पौध-रोपण करवाया गया है। आने वाले समय में छिन्दवाड़ा जिला अनार की अच्छी पैदावार के मामले में प्रदेश भर में विशिष्ट पहचान बना सकेगा।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​

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