Posted on 09 Apr, 2017 6:39 pm

भोपाल : रविवार, अप्रैल 9, 2017, 18:38 IST
 

नर्मदा तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए संचालित नमामि देवी नर्मदे-नर्मदा सेवा यात्रा के रायसेन प्रवास के दौरान सामाजिक सहभागिता की अनूठी मिसाल देखने मिली। यात्रा के रायसेन में सुगम एवं सफल संचालन में सभी धर्मों, समाजों, वर्गों के लोगों की अहम भूमिका रही। नर्मदा सेवा यात्रियों के लिए जरूरी सुविधाएँ उपलब्ध कराने में न केवल जिला प्रशासन का सहयोग किया बल्कि, खुद आगे आकर जिम्मेदारी भी ली।

यात्रा रायसेन जिले के 42 गाँव से होकर निकली। जिले में 9 दिन की यात्रा के दौरान स्वलपाहार, दोपहर और रात्रि भोजन के साथ ही रास्ते के सभी गाँवों में पेयजल की व्यवस्था विभिन्न वर्गों एवं समुदायों के लोगों द्वारा की गई। पूरी लगन और सेवाभाव से की गई इन व्यवस्थाओं की सेवा यात्रियों के साथ ही पूरे जिले में सराहना की गई। जिले में यात्रा आने के कई दिन पूर्व ही अनेक लोगों ने कलेक्टर से मिलकर यात्रा के दौरान आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराने से लेकर प्रचार-प्रसार तक जिम्मा लिया था।    

देश-प्रदेश में कई अभियान चलाए गए लेकिन नर्मदा सेवा यात्रा एक ऐसा अभियान है जिसने न केवल नदी एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में चेतना जागृत की, बल्कि समाज को जोड़ने का भी काम किया है। यात्रा के दौरान कई स्थान पर हमारे देश की पहचान 'विविधता में एकता' की भी झलक दिखाई दी। स्वस्थ और सुखद भविष्य के लिए तथा सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने सभी धर्मों के प्रमुखों, समाजसेवियों, राजनीतिज्ञों एवं पर्यावरणविदों का एक मंच पर आना सामाजिक बदलाव की दिशा में शुभ संकेत माना जा सकता है।

जिला कलेक्टर श्रीमती भावना वालिम्बे ने जिले में यात्रा के संचालन में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग देने वाले सभी लागों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में भी जिले एवं प्रदेश में सामाजिक सरोकार से जुड़े अभियानों, कार्यक्रमों में सक्रिय सहयोग मिलेगा। कलेक्टर ने कहा कि यात्रा के बाद इस यात्रा के उद्देश्यों को मूर्त रूप देना है जिसमें सभी की सक्रिय और सतत् भागीदारी आवश्यक है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश