मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज राज्य के नक्सल हिंसा पीड़ित सुकमा जिले के गादीरास में आयोजित विकास यात्रा की विशाल जनसभा में 72 आत्म समर्पित नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत मकान स्वीकृति पत्रों का वितरण किया। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सुकमा जिले में आत्म समर्पित नक्सलियों के लिए एक सौ मकानों का निर्माण किया जाएगा। इनमें से 72 मकान सुकमा में और 28 मकान दोरनापाल में बनेंगे।
मुख्यमंत्री ने इन्हें मिलाकर सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत गादीरास की जनसभा में आज दो हजार से ज्यादा हितग्राहियों को सामग्री, चेक आदि का वितरण किया। इनमें से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों की 186 महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन और श्रम विभाग की योजना के तहत 250 महिला श्रमिकों को निःशुल्क सायकिल दी गयी। डॉ. सिंह श्रम विभाग की ओर से 766 राजमिस्त्रियों को भवन निर्माण औजार किट, 544 हितग्राहियों को रेजा-कुली किट और 20 महिलाओं को सिलाई मशीनों का भी वितरण किया। उन्होंने आठ हितग्राहियों को स्वरोजगार के लिए दुकान आबंटन पत्र और दस युवाओं को परिवहन व्यवसाय के लिए चाबी सहित वाहन भी दिए। राजस्व विभाग की योजना के तहत मुख्यमंत्री ने 341 परिवारों को आबादी पट्टे भी दिए। उन्होंने राजस्व विभाग की ओर से ही आर.बी.सी. (राजस्व पुस्तक परिपत्र) 6-4 के तहत प्राकृतिक आपदा पीड़ित 25 परिवारों को चार-चार लाख रूपए के मान से एक करोड़ रूपए की सहायता राशि के चेक दिए।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने आर.बी.सी. 6-4 में संशोधन कर जनहानि पर सहायता राशि डेढ़ लाख रूपए से बढ़ाकर चार लाख रूपए कर दी है। पानी में डूबने, सर्प दंश और गाज गिरने जैसी आकस्मिक दुर्घटनाओं में मृत्यु होने पर मृतक के आश्रित परिवार को यह राशि दी जाती है। डॉ. रमन सिंह ने गादीरास में आयोजित कार्यक्रम में 50 तेन्दूपत्ता श्रमिकों को चरण पादुका और 50 फड़ मंुशियों को सायकिलों का भी वितरण किया। डॉ. सिंह द्वारा सिंचाई सुविधा के लिए दस किसानों को डीजल पम्प और सात किसानों को विद्युत पम्प तथा नक्सल हिंसा पीड़ित दस स्कूली बच्चों को प्रति विद्यार्थी 12 हजार रूपए के मान से एक लाख बीस हजार रूपए की सहायता राशि भी दी गयी। उन्होंने सौभाग्य योजना के तहत 34 परिवारों को सौर ऊर्जा से चलने वाले होम लाईट का भी वितरण किया। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप, बस्तर के लोकसभा सांसद श्री दिनेश कश्यप और अन्य अनेक स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़