Posted on 21 Apr, 2018 8:30 pm

 


 

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राजनांदगांव में कंवर समाज के बच्चों के लिए छात्रवास निर्माण के लिए तीस लाख रूपए देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह आज राजनांदगांव जिले के ग्राम रेवाडीह में आयोजित कंवर समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि कंवर समाज ने बच्चों के बेहतर शिक्षा के लिए राजनांदगांव में सामाजिक सहयोग से 50 लाख रुपए की राशि इकट्ठी कर छात्रावास के लिए 74 डिसमिल जमीन 50 लाख रुपए में खरीदी है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कंवर समाज के इस पहल को अनुकरणीय बताते हुए छात्रावास भवन के लिए 30 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की। डॉ. सिंह ने कहा कि शिक्षित समाज ही नेतृत्व करता है। समाज के लोगों ने शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए जो बड़ी पहल की है उसका मैं स्वागत करता हूँ। खर्चीली शादियों से मितव्ययिता की ओर बढ़ने समाज के लोगों ने सामूहिक विवाह को बढ़ावा देने का जो निश्चय किया है वह भी स्वागत योग्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शादियों में मद्यपान पर प्रतिबंध करने का निर्णय समाज ने लिया है। इसके साथ ही बहुत से प्रगतिशील कार्य समाज के द्वारा किए जा रहे हैं। यह उज्ज्वल भविष्य की राह में बड़ा कदम है। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरूआत कंवर समाज के आराध्य दुल्हा देव और महादेव की स्तुति कर की। उन्होंने कहा कि वे अपने हर बड़े कार्य की शुरूआत भोरमदेव की पूजा से करते हैं और भोरमदेव उनका हर संकट हर लेते हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ग्रामीणों की मांग पर आशा नगर में एप्रोच रोड, मुक्तिधाम निर्माण एवं पुलिया निर्माण की स्वीकृति प्रदान की।
    इस मौके पर गृह, जेल एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री रामसेवक पैकरा ने भी समाज के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा को आगे बढ़ाने समाज के लोगों ने पाई-पाई जोड़कर छात्रावास के लिए धन एकत्र किया और आज इसका भूमिपूजन किया गया। शिक्षा के पुनीत कार्य के लिए इस तरह की सामूहिक भागीदारी जुटना बहुत शुभ है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही समाज को प्रकाश की ओर ले जाने वाला साधन है। एकजुट होकर समाज अपने बड़े लक्ष्य प्राप्त कर सकता है। इस मौके पर सांसद श्री अभिषेक सिंह ने कहा कि कंवर समाज द्वारा शिक्षा के लिए बड़ा काम किया जा रहा है। शिक्षा ही किसी समाज के उवल भविष्य का रास्ता प्रशस्त कर सकती है। उन्होंने कहा कि छŸाीसगढ़ प्रदेश बना था तो उस समय यहाँ केवल 13 हजार प्राथमिक स्कूल थे, अब प्राथमिक स्कूलों की संख्या बढ़कर 36 हजार से अधिक हो गई है। उच्च शिक्षा में भी बड़े काम हुए हैं। अब साल्हेवारा और मानपुर में भी कॉलेज है। श्री सिंह ने कहा कि मैं ओडारबांध गया था यहाँ 70 साल से मेला लगता है। यहाँ समाज का युवक-युवती परिचय सम्मेलन भी हो रहा था। लोगों ने सामुदायिक भवन की माँग रखी और एक महीने में ही 20 लाख रुपए का सामुदायिक भवन शासन की ओर से स्वीकृत हो गया। 

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़

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