Posted on 27 Jul, 2018 7:22 pm

 

राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की पहल पर जबलपुर में क्षय रोग से पीड़ित दसवीं कक्षा की छात्रा रोशनी चौधरी को रानी दुर्गावाती विश्वविद्यालय प्रशासन ने गोद लिया है। अब उसे बेहतर इलाज के साथ पौष्टिक आहार भी सहजता से मिल रहा है। इससे रोशनी की सेहत में तेजी से सुधार हुआ है, उसका वजन भी बढ़ रहा है।

राज्यपाल ने जबलपुर जिले में क्षय रोग पीड़ित बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के लिये शासकीय, अशासकीय संस्थाओं, स्वयंसेवी संगठनों और सम्पन्न लोगों से सहभागिता का आव्हान किया था। थोड़े ही समय में विभिन्न संगठनों ने 56 बच्चों को गोद लेकर उनके पौष्टिक आहार और देखभाल की जिम्मेदारी ली। इन सभी बच्चों के वजन में 200 ग्राम से डेढ किलोग्राम तक की वृद्धि हुई है।

क्षय रोग से पीड़ित रोशनी राज्यपाल श्रीमती पटेल से अपने पिता जुगल किशोर चौधरी के साथ मिली थी। राज्यपाल ने रोशनी से स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की और उसे मन लगाकर खूब पढ़ाई करने की सलाह दी। स्कूल में प्रवेश लेने के बाद भी स्कूल न जा-पाने का दर्द रोशनी की आँखों के आँसूओं ने बयाँ कर दिया। उसने कहा वह तो पढ़ना चाहती है लेकिन अस्वस्थता और घरेलू काम-काज की वजह से स्कूल नहीं जा पाती। श्रीमती पटेल ने वहां मौजूद समाजिक संगठनों को भी गरीब विद्यार्थियों को उनके आवश्यकतानुसार शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने रोशनी के पिता को भी प्यार से समझाया कि बिटिया की पढ़ाई में घरेलू काम-काज को को बाधा नहीं बनने दें।

रानी दुर्गावती विश्वव़िद्यालय ने रोशनी सहित क्षय रोग पीड़ित अन्य 5 बच्चों को भी गोद लिया है। इन बच्चों के पौष्टिक भोजन, कॉपी-किताब, पेन-पेन्सिल आदि का इंतजाम संस्थान द्वारा ही किया जा रहा है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश