Posted on 01 Jan, 2018 6:45 pm

अनूपपुर जिले के कोतमा शहर की युवा महिला रचना जैन ने सागर विश्वविद्यालय से एमएससी पाठयक्रम पास करने के बाद अपने बलबूते पर उद्यम शुरु करने की ठानी। मायका परिवार उद्योग-धंधे से जुड़ा होने के कारण रचना को ससुराल में इसका फायदा मिला। इन्होंने सबसे पहले मशीन से दोना,पत्तल,कागज के पत्तल तथा हाथ से दोना बनाने का काम शुरू किया।

रचना जैन ने अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिये एक दिन उद्योग कार्यालय में सम्पर्क किया। उद्योग विभाग ने त्वरित कार्यवाही की और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना का प्रकरण तैयार कर स्टेट बैंक आफ इंडिया की कोतमा शाखा को भेज दिया। बैंक से रचना जैन को 25 लाख रूपये का लोन मंजूर हो गया। इसमें इन्हें 8.75 लाख रूपये का अनुदान भी मिला। इसके अलावा लोन की समय पर अदायगी करने पर 5 फीसदी ब्याज अनुदान भी मिलेगा।

रचना जैन ने 10 लाख रूपये की मशीन खरीद कर अपने हुनर का इस्तेमाल किया। नतीजा यह हुआ कि उद्यमी रचना द्वारा अरिहंत पेपर वर्क्स संस्था की आमदनी अपेक्षा से ज्यादा हो रही है। इस उद्योग में अन्य 6 बेरोजगारों को भी रोजगार मिल गया। संस्था का मासिक टर्न ओव्हर 2 लाख रूपये तक पहुँच गया है। इस आय में से 25 हजार की मासिक किश्त की अदायगी भी कर रही हैं रचना जैन।

युवा उद्यमी रचना अपनी कामयाबी पर उत्साहित हैं। उद्योग विभाग द्वारा उन्हें दिलाया गया 15 दिन का प्रशिक्षण भी उनकी आर्थिक समृद्धि का मुख्य कारण बना है। इस संस्था का कारोबार अब शहडोल, अनूपपुर, बिजुरी और कोतमा के साथ-साथ छत्तीसगढ़ राज्य के शहरों में विस्तारित हो गया है। इसके लिए डीलर भी नियुक्त किए जा चुके हैं।

सफलता की कहानी (अनूपपुर)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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