Posted on 20 Jun, 2017 3:42 pm

भोपाल : मंगलवार, जून 20, 2017, 14:00 IST
 

उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया ने कहा है कि युवा शक्ति देश की पूँजी है। इन्हें जीवन जीने की कला नहीं सिखाने पर उनकी शिक्षा अधूरी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ऐसी होना चाहिये जिसमें युवाओं का सम्पूर्ण व्यक्तितत्व विकास हो। श्री पवैया आर.सी.व्ही.पी.नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी में 'मेकिंग पॉलिसीज फॉर प्रोमोटिंग इनोवेशन्स, एन्टरप्रोन्योरशिप एण्ड स्टार्टअप' पर नेशनल कन्वेंशन को संबोधित कर रहे थे।

मंत्री श्री पवैया ने कहा कि सरकार ने 6 लाख की वार्षिक आय वाले पालकों के बच्चों को 75 प्रतिशत अंक प्राप्त होने पर स्नातक स्तर की शिक्षा नि:शुल्क देने की व्यवस्था की है। श्री पवैया ने कहा कि जबलपुर और चित्रकूट के महाविद्यालयों में वोकेशनल कोर्स चल रहे हैं। इस साल से परम्परागत महाविद्यालयों में भी यह कोर्स शुरू किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश-प्रदेश का युवा हुनरमन्द है उसे तराशने की जरूरत है। श्री पवैया ने कहा कि साढ़े सत्रह लाख साल पहले हमने विमान बना लिया था। दुनिया को सर्वश्रेष्ठ शिल्प और चिकित्सा विज्ञान हमने ही दिया। भारत में कभी सृजनशीलता का अभाव नहीं रहा।

पद्मभूषण वैज्ञानिक और नीति आयोग के सदस्य डॉ. व्ही.के. सारस्वत ने 'क्रियेटीविटी और इनोवेशन' के बारे में बताया। उन्होंने आज की चुनौतियों और आइडिया जनरेशन पर भी प्रकाश डाला।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश