Posted on 27 Feb, 2019 12:44 pm

 

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि मेरी सरकार घोषणाओं, विज्ञापनों, फोटों, नारों और घोषणाओं की सरकार नहीं होगी। मेरी सरकार काम करने वाली सरकार होगी। श्री नाथ ने कहा मैंने मुख्‍यमंत्री बनने के बाद सिर्फ एक घोषणा की थी कि मैं कोई घोषणा नहीं करूँगा। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि मैं मध्‍यप्रदेश को एक ऐसा प्रदेश बनाना चाहता हूँ जिसमें किसान मजबूत हो, नौजवानों के पास काम हो, सभी वर्गों का उत्‍थान हो और चौमुखी विकास हो। उन्‍होंने कहा कि आज प्रदेश में नीति, नियम और कानून से अधिक जरूरत इस बात की है कि हम अपनी बुनियादी व्‍यवस्‍थाओं में सुधार करें। श्री नाथ आज एक निजी चैनल के ''मध्‍यप्रदेश कल, आज और कल'' कार्यक्रम में बोल रहे थे।

आर्थिक गतिविधियों का केंद्र मध्‍यप्रेदश बनेगा

मुख्‍यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि मध्‍यप्रदेश की 70 प्रतिशत आबादी कृषि आ‍धारित है। यहाँ मेरा आशय यह है इसमें सभी लोग खेती किसानी नहीं करते है लेकिन उनकी आर्थिक गतिविधि किसानों की क्रय शक्ति से जुड़ी हुई है। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि गाँव में किराने की दुकान, ट्रेक्‍टर सुधारने वाला, हॉट बाजार यह सब किसानों के ऊपर आ‍धारित हैं। उन्‍होंने कहा कि छोटे-छोटे आय स्रोत गाड़ी सुधारने का काम, पंचर सुधारने का काम यह हमारी जीडीपी में शामिल नहीं है लेकिन यह हमारी आर्थिक गतिविधियों का आधार जरूर है। इसलिए यह जरूरी है कि हम सबसे पहले किसानों की आय में वृद्धि करें ताकि उसमें खर्च करने की शक्ति पैदा हो और उसके आधार पर अन्‍य लोगों की आर्थिक गतिविधि चलती रहे।

कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने सुनियोजित रण‍‍नीति बनेगी

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि कर्ज माफी सिर्फ फस्‍टएड है इससे हम उन्‍हें सिर्फ प्राथमिक राहत दे रहे है हमारा लक्ष्‍य उन्‍हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है। आज से 30-40 साल पहले हमारे सामने उत्‍पादन की सार्टेज थी। लेकिन खाद, बीज, सिंचाई और बिजली की सुविधाओं में वृद्धि होने से हमारे सामने आज उत्‍पादन की अधिकता है। इस अधिक उत्‍पादन का उपयोग हम किसानों की आय बढ़ाने में कैसे करे यह हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। उन्‍होंने कहा कि इसके लिए हम नई सोच के साथ काम करेंगे। हमारा लक्ष्‍य है कि भण्‍डारण के साथ-साथ फूड प्रोसेसिंग यूनिट बड़े पैमाने पर खोले जाएँ इससे हम किसानों के उत्‍पादन का बेहतर उपयोग कर पाएँगे और उनकी आय को दुगना कर पाएँगे। मण्डियों को भी सुदृढ़ बनाया जाएगा और उन्‍हें किसान मित्र के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि जब तक हम इस दिशा में नई दृष्टि के साथ काम नहीं करेंगे तब तक हम अपने प्रदेश की अर्थव्‍यवस्‍था को सुधारने में सफल नहीं होंगे।

नौजवानों को काम और रोजगार आधारित उद्योग

मुख्‍यमंत्री ने प्रदेश के बेरोजगारी को खत्‍म करने की अपनी रणनीति का खुलासा करते हुए कहा कि हमारे सामने के बड़ी चुनौती के रूप में यह समस्‍या है। उन्‍होंने कहा कि आज के नौजवानों की दुनिया बुजुर्गों के जमाने अलग है। आज का युवा इंटरनेट से, आधुनिक संचार साधनों से जुड़ा है वह पढ़ लिखकर प्रशिक्षित हो कर काम चाहता है। अगर हमने समय रहते भटकते युवाओं को काम नहीं दिया तो यह हमारे प्रदेश और समाज के लिए बड़ी समस्‍या बनकर खड़ी होगी। इसके लिए हम प्रदेश में निवेश को प्रोत्‍साहित करेंगे। आज उद्योगपतियों को मध्‍यप्रदेश पर भरोसा नहीं है सबसे पहले हम उनका भरोसा लोटाने के लिए एक बेहतर वातावरण मध्‍यप्रदेश में बनाएँगे। हमारा लक्ष्‍य सिर्फ यही नहीं है कि प्रदेश का औद्योगिकीकरण हो, हमारा लक्ष्‍य है कि उद्योग की स्‍थापना के साथ-साथ हर नौजवान को काम मिले। इसके लिए हम उन उद्योगों को ज्‍यादा प्रोत्‍साहित करेंगे जो बेरोजगारों को ज्‍यादा संख्‍या में रोजगार दें। हम इस पर भी ध्‍यान देंगे कि मध्‍यप्रदेश में किस प्रकार की इण्‍डस्‍ट्रीज लगे। पर्यटन क्षेत्र काफी संभावनाएँ है हम टूरिस्‍ट सर्किट बनाएँगे। टेक्‍सटाइल, आईटी क्षेत्र में भी रोजगार की अधिक संभावनाएँ है। हम प्रदेश को आईटी क्षेत्र में स्‍टडी आर्टीफिशियल इंटेलिजेंसी का हब बनाएँगे। फार्मा रिसर्च का सेंटर बनाएँगे। इंजीरिंग स्‍टडी में काफी अप एन डाउन होता है लेकिन दवाई और फूड क्षेत्र में कभी मंदी नहीं आती। हम ऐसे क्षेत्रों में आगे बढ़ेंगे जिसमें स्‍थाई रोजगार के व्‍यवस्‍था हो।

कौशल विकास ऐसा हो जो सक्षम बना सके

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि हमें कौशल विकास के तरीकों पर भी विचार करना होगा। सिर्फ रस्‍म अदाएगी नहीं चलेगी उन्‍होंने छिंदवाड़ा मॉडल का उदाहरण देते हुए कहा कि हमने दस साल पहले युवाओं की क्षमता के आधार पर स्किल सेंटर खोले। उन्‍होंने बताया कि विदेशी कंपनी से बात हुई जो जेसीबी मशीन बनाती है पर उसके कौशल के ड्राइवर उन्‍हें नहीं मिलते हमने छिंदवाड़ा में इसका स्किल सेंटर स्‍थापित किया आज जब वह कंपनी अपनी जेसीबी मशीन बेचती है तो उसके साथ प्रशिक्षित ड्राइवर भी उपलब्‍ध कराती है। उन्‍होंने कहा कि कौशल विकास की सोच में हर उस व्‍यक्ति का ध्‍यान रखना है जो कम पढ़ा लिखा हो, अनपढ़ हो, शिक्षित हो ऐसे लोगों को उनकी क्षमता के आधार पर रोजगार मिले ऐसा प्रशिक्षण देना होगा।

मेरा विश्‍वास दिखावे पर नहीं काम करने पर है

मुख्‍यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि कल जब मैं बड़वानी के दौरे पर था तो मुझसे कुछ लोगों ने सड़क बनाने की घोषणा करने की माँग की। उन्‍होंने जो मुझे आवेदन दिया वह मैंने भोपाल लौटकर पीडब्‍लूडी विभाग को सौंपकर कहा कि यह इस सड़क का काम कब शुरू होगा और कब यह बन कर पूरी होगी। उन्‍होंने कहा कि उनकी घोषणाओं से विकास नहीं करेगी बल्कि विकास करके दिखाएगी। आज हमें अपने दिखावे की सोच में परिवर्तन लाना होगा। पिछले 62 दिनों में मैंने 15 साल के स्‍थापित कार्यशैली को सकारात्‍मक सोच के साथ बदलने का अभियान शुरू किया है।

जवाबदेह प्रशासन जरूरी

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि आज हमें जवाबदेह प्रशासन की जरूरत है हमारे तंत्र की जो व्‍यवस्‍थाएँ है वे अंग्रेजों के काल की बनी हुई है अगर हमें शासन-प्रशासन को जनता की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं के अनुरूप बनाना तो हमें इसकी कार्यप्रणाली में आमुलचूल परिवर्तन करना होगा। सरकार की योजनाओं, कार्यक्रमों और नीतियों का क्रियान्‍वयन तभी सार्थक रूप से हो पाएगा जब हम उसके डिलेवरी को तत्‍पर और जिम्‍मेदार बनाएँगे। उन्‍होंने कहा कि मैं वर्तमान में कलेक्‍टर नाम होने से भी असह‍मति रखता हूँ मेरा विचार है कि अंग्रेजों के जमाने के इन पदों का नाम लोकतांत्रिक व्‍यवस्‍था के अनुरूप होना चाहिए इससे हमारी मानसिकता में परिवर्तन आएगा।

कानून व्‍यवस्‍था में ढील बर्दाश्‍त नहीं होगी

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि चित्रकूट की घटना ने उन्‍हें झकझोरा है। दोनों बच्‍चे अगर सकुशल वापिस होते तो उन्‍हें बेहद खुशी होती। इस मामले में म‍जस्ट्रियल जाँच हो रही है। लेकिन मैं कानून व्‍यवस्‍था के मामले में कोई भी ढील बर्दाश्‍त नहीं करूँगा। पुलिस की वर्तमान कार्य प्रणाली में परिवर्तन आएगा।

पाकिस्‍तान मेड इन आतंकवाद का हब बन गया है

मुख्‍यमंत्री ने हाल ही में जम्‍मू कश्‍मीर के पुलवामा में आतंकी हमले की कड़ी निन्‍दा करते हुए कहा कि पाकिस्‍तान आतंकवाद का हब बन गया है। दुनिया में कहीं भी आतंकी हमले होते तो उसमें पाकिस्‍तान में प्रशिक्षित आतंकियों का हाथ पाया जाता है। मुख्‍यमंत्री ने भारतीय वायु सेना द्वारा सर्जिकल स्‍ट्राइक के जरिए पाकिस्‍तान के अंदर घुसकर नेस्‍तनाबूत करने की कार्रवाई का स्‍वागत करते हुए कहा कि ये बहुत दिनों से डियू था। हमारी वायु सेना ने पुलवामा घटना का मुंह तोड़ जवाब दिया है। आज विश्‍व में आतंकवाद की नर्सरी पाकिस्‍तान को नियंत्रित करना जरूरी हो गया है। प‍किस्‍तान ने आतंकवाद को अपना पेशा बना लिया है।

मुख्‍यमंत्री ने इस मौके पर एक्‍सी‍लेंश अवार्ड भी ‍वितरित किए।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​