Posted on 10 Sep, 2017 6:58 pm

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सतना जिले के चित्रकूट में आज कामदगिरि पर्वत पहुँचकर भगवान कामतानाथ के दर्शन किये तथा पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कामदगिरि के द्वितीय मुखारविन्द से कामदगिरि की परिक्रमा शुरू की तथा प्रथम मुखार विन्द पर परिक्रमा की पूर्णता पर भगवान कामतानाथ की पूजा-अर्चना की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रामायणम सर्किट के तहत कामदगिरि परिक्रमा एवं मंदिर परिसर में प्रस्तावित कार्य-योजना में किये जाने वाले कार्यों के स्थलों का अवलोकन भी किया। बताया गया कि कामदगिरि के प्रथम मुखार बिन्द के सामने परिक्रमा के समानान्तर बाँके बिहारी मंदिर से दूसरी तरफ स्कूल भवन तक फुट ओव्हर ब्रिज बनाया जाना प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बाँके बिहारी मंदिर के छोर की ओर जाकर मुआयना भी किया। उन्होंने कहा कि हर माह अमावस्या को कामदगिरि में मेला लगता है। परिक्रमा करने वाले को गर्मी में धूप और बारिश से बचाने पूरे परिक्रमा पथ में शेड निर्माण किया जायेगा। पहाड़ की मिट्टी का क्षरण होकर परिक्रमा पथ में नहीं आये इसके लिये रिटेनिग वॉल भी बनाई जायेगी। पानी की निकासी की व्यवस्था सुदृढ़ की जायेगी। परिक्रमा पथ में सरयू कुण्ड को सदानीरा बनाये रखने के प्रयास किये जायेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कामदगिरी पर्वत को पूर्णतया हरा-भरा बनाने अगले वर्ष बरसात के समय जन-सहयोग से व्यापक पौध-रोपण किया जायेगा। अनुकूल प्रजाति के पौधे कामदगिरि पर्वत में लगाये जायेंगें जो पर्वत की क्षति और क्षरण को रोकने का काम करेंगें। दण्डवत परिक्रमा पथ को भी विकसित किया जायेगा।

विद्यालय को शासकीय किया जायेगा

निजी आवासीय विद्यालय तुलसी प्रज्ञा चक्षु के मूक-बधिर छात्रों ने मुख्यमंत्री से विद्यालय को शासकीय घोषित किये जाने की मांग की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्यालय के प्रत्येक बच्चे से हाथ मिलाया और आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि विद्यालय को शासकीय घोषित किया जायेगा।

इस मौके पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह, सांसद गणेश सिंह, स्थानीय जन-प्रतिनिधि और श्रद्धालु उपस्थित थे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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