Posted on 18 May, 2017 3:52 pm

भोपाल : गुरूवार, मई 18, 2017, 13:18 IST

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  श्री अनिल माधव दवे के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्री चौहान ने अपने शोक संदेश में कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में उन्होंने प्रशासनिक दक्षता और कुशलता का परिचय दिया था। उनके जैसे कुशल संगठक का निधन देश और प्रदेश के लिये अपूरणीय क्षति है।

श्री चौहान ने कहा है कि विश्वास नहीं होता कि श्री दवे अब हमारे बीच नहीं है। वे नदी संरक्षक, पर्यावरणविद, मौलिक विचारक, कुशल संगठक और अदभुत व्यक्ति थे। वे अनेक विषयों पर लिखने वाले, कल्पनाशील व्यक्तित्व के धनी और असाधारण रणनीतिकार थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश और समाज की सेवा के लिये समर्पित कर दिया। वे सबका ध्यान रखते थे। उनकी कुशल रणनीति का योगदान भाजपा के तीन विधानसभा और लोकसभा के चुनावों की विजय में रहा। श्री दवे सदैव काम में लगे रहने वाले माँ नर्मदा के ऐसे भक्त थे जो जब भी समय मिलता नर्मदा के तट पर पहुँच जाते थे। उन्होंने नर्मदा की परिक्रमा छोटे विमान और राफ्ट के जरिये की थी। उस समय उन्होंने नर्मदा संरक्षण के लिये कई कार्यक्रम और चौपाल बैठकें की थी। वे हर दो साल में नदी महोत्सव का आयोजन करते थे जिसमें मैंने भी भाग लिया था। जब उनको नर्मदा सेवा यात्रा का विचार बताया तो वे प्रसन्न हुए थे। वे बीच में अस्वस्थ थे। लेकिन वे नर्मदा सेवा यात्रा में गत 9 मई को आये और दिन भर रहे। वे भोपाल में 8 मई को नदी, जल और पर्यावरण सम्मेलन में भी शामिल हुए थे। अमरकंटक में नर्मदा सेवा यात्रा के समापन समारोह के बाद जब उनसे दूरभाष से बात हुई तो उन्होंने कहा कि अब आगे की कार्य-योजना बनायें। उनका असामयिक निधन मेरी व्यक्तिगत क्षति है। पर नियति पर हमारा कोई वश नहीं होता। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।

अंतिम संस्कार बांद्राभान में होगा

स्वर्गीय श्री दवे का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंतिम इच्छा के अनुरूप बांद्राभान में 19 मई को नदी महोत्सव के स्थान पर किया जायेगा। प्रदेश में 18 और 19 मई को दो दिन का राजकीय शोक रहेगा।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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