Posted on 12 Apr, 2018 5:45 pm

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 13 अप्रैल को सीहोर जिले की नसरुल्लागंज तहसील के अंतर्गत ग्राम गोपालपुर में छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना, नर्मदा नदी के दाएँ तट पर संरक्षण के कार्यों और घाट-निर्माण कार्य का भूमि-पूजन करेंगे। नर्मदा विकास घाटी प्राधिकरण की इस सिंचाई योजना का कार्य 36 माह की अवधि में पूर्ण किया जायेगा।

छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना से सीहोर जिले की नसरुल्लागंज तहसील और देवास जिले की खातेगाँव तहसील में कुल 35 हजार 62 हेक्टेयर कृषि भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। योजना के निर्माण के लिये 516 करोड़ 11 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है। इस योजना के अंतर्गत नर्मदा नदी के तट पर 5 विभिन्न स्थानों पर कुल 12.64 क्यूमेक्स जल का उद्वहन किया जायेगा। ग्राम चीचली, करोंदमाफी, पीपलनेरिया, छीपानेर तथा चौरसाखेड़ी के पास पम्पिंग स्टेशन बनाये जायेंगे। पम्पिंग स्टेशन से 6 राइजिंगमेन के द्वारा नर्मदा जल खेतों तक पहुँचेगा।

योजना की विशेषता : जल वितरण प्रणाली पाईप आधारित होगी। पाईप से जल प्रत्येक ढाई हेक्टेयर चक तक किसान को 20 मीटर दबाब पर उपलब्ध होगा। दाबयुक्त जल से किसान ड्रिप अथवा स्प्रिंकलर से सिंचाई ले सकेंगे। इस पद्धति से सिंचाई मिलने पर किसान को खेत समतल करने की आवश्यकता नहीं होगी। कम पानी से अधिक और उपयोगी सिंचाई का लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 'पर ड्राप मोर क्राप'' अर्थात पानी की बूँद-बूँद का उपयोग कर न्यूनतम जल से अधिकतम सिंचाई लेने का आव्हान किया है। छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना प्रधानमंत्री के इस आव्हान का साकार रूप होगी। योजना की वितरण प्रणाली पाईप आधारित होने से भूमि का स्थाई अर्जन नहीं होगा। पम्प हाउस के लिये केवल लगभग छ: हेक्टेयर भूमि के स्थाई अर्जन की आवश्यकता होगी।

छीपानेर घाट निर्माण और तट संरक्षण कार्य : छीपानेर में वर्तमान घाट के समीप नर्मदा के दाएँ तट का संरक्षण कार्य तथा घाट निर्माण किया जायेगा। घाट के समीप नर्मदा जल की निरंतर उपलब्धता बनाये रखने के लिये चेनल का निर्माण भी प्रस्तावित है। इसके साथ ही घाट पर चलित चेंजिंग-रूम और प्रसाधन-कक्ष का निर्माण भी होगा। घाट क्षेत्र में प्रकाश व्यवस्था का प्रावधान भी रखा गया है।

इस घाट के साथ ही चार अन्य घाट का संरक्षण तथा घाटों का निर्माण भी किया जाना है। इस कार्य का अनुबंध 76 करोड़ 70 लाख रुपये का किया गया है। छीपानेर घाट के निर्माण एवं तट संरक्षण कार्य पर 7 करोड़ 18 लाख रुपये का व्यय अनुमानित है। यह कार्य 2 वर्ष में पूर्ण किया जाना
लक्षित है।

भूमि-पूजन समारोह के विशिष्ट अतिथि होंगे नर्मदा घाटी विकास (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य, जिले के प्रभारी एवं लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, सांसद श्री आलोक संजर एवं श्री मनोहर ऊँटवाल।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

 

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