Posted on 31 Jul, 2018 3:20 pm

 

प्रदेश में युवाओं को स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिये राज्य सरकार द्वारा प्रेरित किया जा रहा है, आर्थिक मदद दी जा रही है और अनुदान भी। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना से अनेक युवाओं ने स्वयं का व्यवसाय शुरू किया है और आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बन गए हैं। इन्हें अब नौकरी की जरूरत नहीं है क्योंकि ये स्वयं अन्य लोगों को रोजगार मुहैया करवा रहे हैं। इन्हीं में से एक है रतलाम जिला मुख्यालय के प्रमोद चनोदिया।

रतलाम में कभी छोटा-मोटा कारोबार करने वाले प्रमोद आज डिस्पोजल आइटम के बड़े व्यापारी बन चुके हैं। यह सब मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना की मदद से संभव हुआ है। प्रमोद को योजना में 45 लाख रुपये का ऋण प्राप्त हुआ। इससे उसने डिस्पोजल आइटम बनाने की यूनिट लगाई है। आज इस यूनिट से प्रति माह 60 से 70 हजार रुपये की आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। इस यूनिट में शहर के 25 लोगों को रोजगार भी मिला है। प्रमोद की यूनिट में तैयार डिस्पोजल आइटमों की शादी-ब्याह और सामाजिक कार्यक्रमों में बड़ी माँग बनी रहती है।

प्रमोद की कक्षा 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद शादी हो गई थी। वह पहले छोटे स्तर पर डिस्पोजल आइटम खरीदकर बेचने का काम करता था। उसका सपना था कि डिस्पोजल आइटम बनाने की यूनिट का मालिक बने। इस सपने को पूरा करने में पूँजी की कमी सबसे बड़ी बाधा थी। प्रमोद की लगन को देखकर जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में उसका प्रकरण बनाया। प्रकरण में 45 लाख रुपये ऋण मंजूर हुआ। ऋण राशि के साथ उसे अनुदान भी मिला। आज प्रमोद अपनी यूनिट में बड़ी मात्रा में डिस्पोजल आइटम तैयार कर रहा है। प्रमोद की व्यवसायिक सफलता से शहर के अन्य युवाओं ने भी स्वयं का रोजगार शुरू करने के लिये जिला एवं व्यापार उद्योग केन्द्र से सम्पर्क किया है।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश