Posted on 09 Aug, 2018 2:46 pm

 

विदिशा के एसएटीआई कॉलेज से एमबीए पास करने के बाद जुजर अली खान ने निजी कम्पनियों और बासौदा के प्रायवेट स्कूल में बच्चों को पढ़ाने का काम किया। पर कहीं भी काम से संतुष्टि नहीं  मिलने पर अपने पिता के छोटे-से फुटवियर व्यवसाय को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। पूँजी की जरूरतों को पूरा करने के लिये उसे मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का लाभ प्राप्त करने की सलाह मिली। जुजर अली खान ने 18 लाख रुपये का ऋण स्वीकृत होने के बाद विदिशा में खुद का फुटवियर कारखाना स्थापित किया।

जुजर अली खान फुटवीयर निर्माण के लिये कच्चा माल दिल्ली और इंदौर से मंगवाते हैं। प्लास्टिक के जूते बनाने में अधिकतम 50 से 60 रुपये की लागत आती है। खान जिले के हाट बाजारों के अलावा अन्य विक्रय फुटवियर प्रतिष्ठानों को भी अपना उत्पाद सप्लाई कर रहे हैं। उनके कारखाने से सागर, दमोह और भोपाल जैसे शहरों में सप्लाई हो रही है। उन्होंने कारखाने में जरूरतमंदों को रोजगार दिया है। सभी खर्चों के बाद जुजर को आराम से 30-32 हजार रुपये प्रति माह आमदनी हो जाती है।

जुजर अली खान अब अपने उत्पादों की ब्रॉण्ड वैल्यू बढ़ाने के लिये प्रयासरत हैं। कहते हैं कि जो आत्म-सम्मान मुझे अपना काम करके मिला है, वह नौकरी में बिलकुल नहीं।

 

सक्सेस स्टोरी (विदिशा)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

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