Posted on 02 Jul, 2018 6:46 pm

छिन्दवाड़ा जिले के ग्राम रिधौरामाल के 42 वर्षीय जयपाल पवार  उन्नत तकनीक का इस्तेमाल कर उद्यानिकी फसलों की खेती कर इसे लाभ का धंधा बना चुके हैं। जयपाल ने शुरू में ड्रिप सिस्टम और मल्चिंग तकनीक से अपने 15 एकड़ रकबे में लगभग 95 हजार रूपये की लागत से हरी मिर्च की फसल लगाई है। जयपाल बताते है कि इस फसल से उन्हें लगभग 150 क्विंटल हरी मिर्च का उत्पादन प्राप्त हुआ। औसतन 15 रूपये प्रति किलो की दर से मिर्च का विक्रय करने पर लागत घटाने के बाद उन्हें 19 लाख 50 हजार रूपये का शुद्ध लाभ हुआ।

जयपाल पवार बताते है कि वर्ष 2009 के पूर्व वे सोयाबीन, मक्का, गेहूँ, चना आदि फसल लगाकर साल भर में 35 से 40 हजार रूपये प्रति एकड़ 6 टन आलू और 8 टन हरी मिर्च की फसल लेते थे। इससे वे बड़ी मुश्किल से अपने परिवार का पालन पोषण कर पाते थे। जयपाल कहते है कि उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के सम्पर्क में आने के बाद उन्होंने नई तकनीक का उपयोग कर अपने परिवार को सुखी और सम्पन्न बनाने में सफल हुए है।

अब जयपाल के पास सिंचाई के लिये टयूबवेल है तथा उद्यानिकी विभाग के माध्यम से ड्रिप संयंत्र लगा कर हरी मिर्च और आलू का बड़े पैमाने पर उत्पादन कर रहे हैं। यही नहीं, अब जयपाल खेती के लिये ट्रेक्टर, रोटावेटर, पोटेटो प्लांटर, मल्चिंग लेईग मशीन, कल्टीवेटर आदि यंत्रों का उपयोग कर अन्य कृषकों को भी उन्नत तकनीकी से उद्यानिकी फसलों की खेती के लिये प्रेरित कर रहे हैं।

सक्सेस स्टोरी (छिन्दवाड़ा)

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश