Posted on 30 Dec, 2016 5:38 pm

भोपाल : शुक्रवार, दिसम्बर 30, 2016, 16:59 IST
 

नर्मदा और वन का आपसी संबंध बहुत गहरा है। मैकल पर्वत के बाँस के वृक्षों से रिसने वाले जल से नर्मदा का अवतरण हुआ है। वर्षा जल नर्मदा के तटों के वृक्षों में संचित रहता है और रिस-रिस कर नर्मदा को सदानीरा बनाये रखता है। इस लिहाज से नर्मदा और वन का आपसी संबंध बहुत गहरा है। हम सब को यह जानना होगा कि नर्मदा है तो मानव जीवन है और वन है, तो नर्मदा का अस्तित्व है। जंगल निरंतर कट रहे हैं। प्राणियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। साथ ही नर्मदा जल का दोहन भी बढ़ रहा है। इस लिए जीवनधारियों को प्राण और जीवन को गान देने वाली नर्मदा का जल बहाव भी कम हो रहा है। नर्मदा है तो अन्न, धन, प्रकाश, जीवन और जीवन का आनंद है। मानव का अस्तित्व सुरक्षित रखने के लिए नर्मदा के इस वैभव को बनाये रखना होगा।

ये निष्कर्ष 'नमामि देवि नर्मदे'' सेवा यात्रा में जबलपुर जिले के विकास खंड जबलपुर और विकास खंड शहपुरा के ग्राम सिवनीटोला, नान्हाखेड़ा, लम्हेटी पड़ावों पर जन-संवाद और सामाजिक मुद्दों पर हुई संगोष्ठियों में हुए विचार मंथन से सामने आये।

ग्राम घुंसौर से रवानगी के पूर्व यात्रा का ध्वज-पूजन और आरती की गई और 121 पौधे रोपे गए। विभिन्न ग्रामों में हुए जन-संवाद में मुख्यत: वनों के विकास से मानव-जगत की समृद्धि के अंतर्संबंधों पर चर्चा हुई। विमर्श में देशज परिस्थितियों के अनुरूप आम, नीम, बरगद, आँवला और पीपल के वृक्षारोपण पर जोर दिया गया। कहा गया कि महिला अपने परिवार के सदस्यों को वृक्षों की आवश्यकता, स्वच्छता की जरूरत, श्रमदान के महत्व, खुले में शौच पर रोक और परिजनों को नशे से दूर रखने में अहम् भूमिका निभा सकती है। परिवार को नैतिक शिक्षाएँ देने के लिए महिला ही सर्वश्रेष्ठ शिक्षक होती है।

सिवनीटोला पहुँचने पर यात्रा का पारम्परिक स्वागत किया गया। यहाँ 21 पौधे रोपे गए और स्वच्छता अभियान, खुले में शौच से मुक्ति, महिलाओं का सम्मान, बेटी बचाओ अभियान, अधिक से अधिक वृक्षारोपण और नर्मदा के जल को प्रदूषण से मुक्त रखने पर चर्चा हुई।

ग्राम नान्हाखेड़ा में महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने जनसंवाद को संबोधित किया। घुंसौर और नान्हाखेड़ा में स्वास्थ्य शिविर भी लगाए गए। यहाँ भी वृक्षारोपण किया गया। करीब 200 साधुओं के समूह द्वारा कीर्तन की मनमोहक प्रस्तुति की गई। गुरूवार की मुख्य यात्रा में ग्राम घाट पिपरिया, ऐंठाखेड़ा, मुकुनवारा, टीगन और परसवाड़ा से निकली उपयात्राऐं भी ग्राम सिवानीटोला में मुख्य यात्रा में शामिल हो गई थीं।

यात्रा में रंग-बिरंगे ग्रामीण परिधानों में सजे-सँवरे ग्रामीण पुरूष, महिलाएँ और स्कूल तथा आँगनवाड़ी के बच्चों और युवाओं की संख्या बढ़ती जा रही है। मार्ग में जगह-जगह सिर पर मंगल-कलश लिए हुए महिलाएँ, चेहरे पर कौतूहल और खुशियों के भाव लिए बच्चों की टोलियाँ, नर्मदा महिमा का बखान करते नारों के सामूहिक स्वर, सड़क के दोनों किनारों पर खड़े आम जनों द्वारा सेवा यात्रा के दल पर पुष्प वर्षा पूरे माहौल को नया रंग और नया उत्साह प्रदान कर रही थी। ध्वज-पूजन और ग्वारीघाट की ही तरह महाआरती के साथ ग्राम लमेटी में यात्रा का समापन हुआ।

बरगी विधायक श्रीमती प्रतिभा सिंह, जबलपुर जिला भाजपा ग्रामीण अध्यक्ष श्री शिव पटेल, मण्डी अध्यक्ष श्री नीरज सिंह, जबलपुर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री संजय पटेल तथा बड़ी संख्या में समाजसेवी एवं नागरिक यात्रा में शामिल थे।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश