Posted on 31 Jul, 2018 7:39 pm

राज्य शासन द्वारा प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को राजस्व दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। राजस्व विभाग से संबंधित कार्यों को समय-सीमा में पूरा करने और नागरिकों को समय पर सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।

राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने जानकारी दी हैं कि प्रदेश में सभी राजस्व न्यायालयों में एक वर्ष से अधिक समय से लंबित प्रकरणों की सूची तैयार कर आपसी सहमति से निराकृत करने के प्रयास किये जायेंगे। यदि आपसी सहमति से निराकृत नहीं हो पाते हैं, तो 10 दिन में तिथि निर्धारित कर गुण-दोष के आधार पर प्रकरण निराकृत करने के निर्देश दिये गये हैं। इसका उद्देश्य एक वर्ष से अधिक समय के सभी प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करना है। नामांतरण, बँटवारा और सीमांकन के लंबित प्रकरणों की समीक्षा राजस्व दिवस में की जायेगी। जिन प्रकरणों में स्थल निरीक्षण जरूरी है, उनमें तिथि निर्धारित कर शीघ्र निरीक्षण करवाया जायेगा। राजस्व दिवस पर एक माह से अधिक की समयावधि से लंबित प्रत्येक प्रकरण का संक्षिप्त प्रतिवेदन लिया जायेगा। त्वरित निराकरण वाले राजस्व मामले जैसे आदेशों की प्रविष्टि पोर्टल पर करना, खसरा/नक्शा/राजस्व प्रकरण की नकल देना, ऋण पुस्तिका प्रदान की जाना, प्रमाण-पत्र बनाया जाना आदि प्रकरणों का निराकरण राजस्व दिवस के दिन ही करें। पीठासीन अधिकारियों द्वारा विगत माह में राजस्व प्रकरणों में पारित आदेशों के अमल की समीक्षा की जायेगी।

प्रत्येक राजस्व दिवस पर सभी पीठासीन अधिकारी अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत सी.एम. हेल्पलाइन के 5 प्रकरण, जिनमें आवेदक द्वारा असंतुष्टि दर्ज कराई गई है, की व्यक्तिगत सुनवाई करेंगे। कलेक्टर्स को निर्देशित किया गया है कि राजस्व दिवस पर सभी पीठासीन अधिकारियों एवं अधीनस्थ राजस्व अमले को अन्य सभी कार्यों से मुक्त रखा जाये। राजस्व दिवस पर सभी राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी बस्ता सहित तहसील मुख्यालय पर उपस्थित रहेंगे।

किसी भी नागरिक का कार्य तहसील या अनुविभाग कार्यालय में लंबित हो, तो वह राजस्व दिवस पर उपस्थित होकर आवेदन कर सकेगा। आवेदनों के निराकरण की जानकारी आवेदक को अनिवार्य रूप से दी जायेगी।

राजस्व दिवस की प्राथमिकताएँ एवं लक्ष्य

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश

  • तहसील/अनुविभाग अंतर्गत विगत माह की राजस्व विभाग संबंधी समस्याओं का निराकरण।

  • निराकरण संभव होने के बाद भी लंबित रहने वाले प्रकरणों का चिन्हांकन।

  • एक माह से अधिक लंबित सामान्य प्रकरणों का निराकरण।

  • सी.एम. हेल्पलाइन में लंबित एवं असंतुष्टि वाले प्रकरणों में शिकायतकर्ता से समक्ष में चर्चा कर समाधान करना।

  • राजस्व दिवस पर प्राप्त आवेदन-पत्रों का निराकरण करना

  • राजस्व विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी देना।

  • राजस्व संबंधी कार्यों में विश्वसनीयता और गुणवत्ता बढ़ाना।