Posted on 02 Oct, 2018 8:57 am

 

राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि प्रदेश और देश में महिलाओं के विरुद्ध घटनाओं को रोकने के लिए सभी को मिलकर कार्य करना चाहिए। महिला स्व-सहायता समूह समाज में फैल रही कुरीतियों और नशे जैसी बुराई को दूर करने तथा समाज सेवा में भी अपना योगदान सुनिश्चित करे। श्रीमती पटेल ने नाबार्ड द्वारा आयोजित स्व-सहायता समूहों, शिल्पकारों तथा कृषक उत्पादक संगठानों के उत्पादों की राष्ट्र स्तरीय प्रदर्शनी- सह-बिक्री मेले के समापन समारोह में यह बात कही।

श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि गांधी जयंती पर अगर हम सब गांधी जी के जीवन से जुड़ी छोटी-छोटी बातों जैसे नशा न करना, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने का संकल्प लें, तो यह गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि विश्व के सभी देश अपने राष्ट्र को पुरूष के रूप में मानते हैं, लेकिन हमारा देश है जो भारत माता के रूप में पूजा जाता है। इसलिए हमारे देश में महिलाओं का सदियों से ही सम्मान किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने चरखा चला कर हमें आजादी दिलाई, हजारों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने बिना भेदभाव किये देश के लिए प्राण न्यौछावर कर दिये और आज हम जातीवाद की समस्या से ही जूझ रहे हैं। श्रीमती पटेल ने कहा कि आज हमें सोचना पड़ेगा कि हमें देश के लिए क्या करना है। देश हित, देश प्रेम, और गरीबों की सहायता सभी को शिक्षा और सभी का विकास में सहयोग करेंगे, तभी प्रधानमंत्री की सबका साथ-सबका विकास की सोच साकार रूप ले सकेगी। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने देश के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने की सोच को बढ़ावा दिया। प्रधानमंत्री जी ने चार वर्ष में गांधी जी की मंशानुसार योजनाएं बनाकर अंतिम व्यक्ति तक उनका लाभ पहुँचाने का प्रयास किया।

इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त, श्री पी सी मीणा, प्रमुख सचिव कृषि श्री राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव सहकारिता श्री के सी गुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक श्री योगेंद्र सिंह, महाप्रबंधक यूनियन बैंक आफ इंडिया श्री जे एस चौहान, तथा अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और प्रतिनिधि उपस्थित थे।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं, कृषक और गणमान्य नागरिक शामिल हुए।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश​

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