Posted on 07 Dec, 2016 7:57 pm

भोपाल : बुधवार, दिसम्बर 7, 2016, 19:33 IST
 

मध्यप्रदेश में गत 6 दिसंबर को बिजली की माँग का पिछला रिकार्ड उस समय टूट गया, जब माँग 10 हजार 842 मेगावाट त‍क पहुँच गई। प्रदेश में इस दौरान बिना व्यवधान के सुचारू बिजली आपूर्ति की गई। इस दिन 21 करोड़ 30 लाख एक हजार यूनिट बिजली सप्लाई की गई। पिछले साल 25 दिसंबर को बिजली की माँग 10 हजार 841 मेगावाट दर्ज हुई थी। प्रदेश के इतिहास में यह अब तक का सर्वाधिक बिजली की माँग का रिकार्ड था। बिजली की लगातार बढ़ती माँग के बावजूद किसानों को सिंचाई के लिए 10 घंटे और नागरि‍कों को घरेलू रोशनी के लिए 24 घंटे निरंतर गुणवत्तापूर्ण बिजली की आपूर्ति की जा रही है। बिजली की माँग 15 नवम्बर से (21 दिन से) लगातार 10 हजार मेगावाट के ऊपर दर्ज हो रही है।

सर्वाधिक माँग पश्चि‍म क्षेत्र में

पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (जबलपुर, रीवा व सागर) में बिजली की माँग 2 हजार 700 मेगावाट, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (भोपाल और ग्वालियर) में 3 हजार 358 मेगावाट और पश्चि‍म क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (इंदौर एवं उज्जैन) में 4 हजार 784 मेगावाट दर्ज की गई है। तीनों कंपनी कृषि कार्य के लिए बढ़ी हुई बिजली माँग को क्षमता से पूरा कर रही हैं।

प्रदेश में 6 दिसंबर को जब बिजली की माँग 10 हजार 842 मेगावाट दर्ज हुई, उस समय बिजली की सप्लाई में मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कंपनी के ताप एवं जल विद्युत गृहों का उत्पादन अंश 2 हजार 748 मेगावाट, इंदिरा सागर-सरदार सरोवर-ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना का एक हजार 358 मेगावाट,सेंट्रल सेक्टर-डीवीसी का 3 हजार 43 मेगावाट और आईपीपी का 2 हजार 99 मेगावाट रहा। बिजली बैंकिंग से प्रदेश को एक हजार 27 मेगावाट बिजली प्राप्त हुई। अन्य स्त्रोतों से प्रदेश को 568 मेगावाट बिजली मिली।

 

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश