Posted on 26 Jun, 2016 12:52 pm

केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज मध्यप्रदेश में संचालित वानिकी योजनाओं की जानकारी प्राप्त की। श्री जावड़ेकर ने मध्यप्रदेश में संयुक्त वन प्रबंधन के तहत किये जा रहे कार्यों की सराहना की। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री दीपक खाण्डेकर, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख डॉ. अनिमेष शुक्ला सहित वरिष्ठ वन अधिकारी उपस्थित थे।

केन्द्रीय मंत्री श्री जावड़ेकर ने कहा कि निजी रोपण को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। इस संबंध में नियमों को सरल बनाने पर बल दिया गया। बैठक में बताया गया कि निजी रोपण को प्रोत्साहित करने के लिये विभाग द्वारा ऑनलाइन पंजीयन सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। इसका परीक्षण किया जा रहा है। किसान इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से रोपण योजना पंजीबद्ध कर सकेंगे। वृक्ष कटाई के लिये ऑनलाइन अनुमति तथा आवश्यकतानुसार अनुज्ञा-पत्र प्राप्ति के संबंध में जरूरी कार्यवाही कर सकेंगे। केन्द्रीय मंत्री ने इस योजना की रूपरेखा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये।

केन्द्रीय मंत्री श्री जावड़ेकर ने कहा कि केम्पा फण्ड में राशि प्राप्त करने के लिये तीन-वर्षीय कार्य-आयोजना प्रस्ताव शीघ्र उपलब्ध करवाये जायें। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव का अनुमोदन देकर राज्य सरकार को प्रतिवर्ष माह अप्रैल में ही राशि जारी की जा सके।

बैठक में वन विभाग को वायरलेस नेटवर्क के उपयोग के लिये केन्द्रीय दूरसंचार विभाग द्वारा निर्धारित राशि की माँग को समाप्त करने पर चर्चा की गयी। केन्द्रीय मंत्री ने इस संबंध में दूरसंचार मंत्रालय से चर्चा कर समस्या का हल निकालने का आश्वासन दिया।

साभार – जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश 

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